छपरा (नेहा):उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश के कारण गंगा और सरयू नदियां उफान पर हैं जिसके कारण छपरा में भी दियारा और तटीय इलाकों के लोग दहशत मे हैं। रिविलगंज के दीलिया रहीमपुर पंचायत के कई गांव और सदर प्रखंड के दियारा के तीन तथा तटीय इलाकों मे मुसेपुर पंचायत का नेहाला टोला, रायपुर विंदगावां, कोटवापट्टी रामपुर और बड़हरा महाजी का सड़क से संपर्क भंग हो गया है। छपरा शहर से सटे नेवाजिटोला धर्मशाला गांव के पास सड़क पर नाव चल रही है। यहां लोग घर छोड़कर ऊंची जगहों की ओर पलायन करने लगे हैं।
उधर, सदर प्रखंड के दियारा के तीन तथा तटीय इलाकों मे मुसेपुर पंचायत का नेहाला टोला, रायपुर विंदगावां, कोटवापट्टीरामपुर और बड़हरा महाजी का सड़क से संपर्क भंग हो गया है। वहीं, तटीय इलाकों के तिवारीघाट नोनिया टोला माली टोला पुरातात्विक स्थल चिरांद मे तेजी से कटाव हो रहा है। जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण दलित बस्ती चिरांद, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिरांद, समेत आधा दर्जन पंचायतें बाढ़ के चपेट में है।
दियारा के कोटवापट्टी रामपुर पंचायत के मुखिया सत्येंद्र सिंह ने बताया कि उनका पंचायत का जिला मुख्यालय से संपर्क भंग हो गया है और अभी तक जिला प्रशासन की ओर से एक भी नाव की व्यवस्था नहीं की गई है। पंचायत की जनता परेशान है और अंचलाधिकारी उनके फोन नहीं उठा रहे हैं। मुखिया सत्येंद्र सिंह ने कहा कि अभी भी नदी के जलस्तर मे वृद्धि जारी है और अगर सोन के जलस्तर मे वृद्धि हुई तो स्थिति सम्भाले नहीं संभलेगी।
इस संबंध में हमने सदर अंचल अधिकारी कुमारी आंचल से संपर्क किया तो उनके द्वारा बताया गया कि बाढ़ से निपटने के लिए हर संभव तैयारी की जा रही है। अंचल की ओर से संबंधित पंचायत में अधिकारियों को लगाया गया है, जल्द ही नाव की व्यवस्था कर दी जाएगी। बहरहाल, सरकारी व्यवस्था जब आएगी तब आएगी, लेकिन इन इलाकों के लोग दहशत में हैं और फिलहाल प्रशासन पूरी तरह नदारद है।