कैनबरा (राघव): क्रिकेट जगत आज शोक में डूबा है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के पूर्व उपकप्तान और एशेज के चमकते सितारे कीथ स्टैकपोल का 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। मैदान पर साहस, जज़्बा और बेजोड़ तकनीक के साथ खेलने वाले स्टैकपोल अब हमारे बीच नहीं रहे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और क्रिकेट विक्टोरिया ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें “खेल का दिग्गज” और “क्रिकेट का सज्जन योद्धा” बताया है।
कीथ स्टैकपोल ने 1966 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया और जल्द ही ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख बल्लेबाजों में शुमार हो गए। उन्होंने अपने 43 टेस्ट मैचों में 2807 रन बनाए, जिसमें 7 शतक और 14 अर्धशतक शामिल रहे। एक ऑलराउंडर के तौर पर उन्होंने 15 विकेट भी चटकाए और लेग स्पिन में महारत दिखाई। स्टैकपोल का नाम एशेज सीरीज में उनकी ऐतिहासिक परफॉर्मेंस के लिए हमेशा याद किया जाएगा। इंग्लैंड के खिलाफ 13 टेस्ट में उन्होंने 1164 रन बनाए, जिसमें 1970 की ब्रिस्बेन टेस्ट में खेली गई 207 रनों की पारी को आज भी याद किया जाता है। 1972 की एशेज में वह उपकप्तान बने और उस सीरीज में सर्वाधिक 485 रन बनाए।
स्टैकपोल उस ऐतिहासिक पल का भी हिस्सा रहे जब 1971 में मेलबर्न में पहला वनडे इंटरनेशनल मैच खेला गया था। उन्होंने उस मैच में तीन विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाई। 1973 में उन्हें ‘Wisden Cricketer of the Year’ का खिताब मिला। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने 10,000 से अधिक रन बनाए और 148 विकेट लिए। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष माइक बेयर्ड और क्रिकेट विक्टोरिया के प्रमुख रॉस हेपबर्न ने स्टैकपोल को क्रिकेट की अमिट विरासत करार दिया।