नई दिल्ली (हेमा): भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने बुधवार को यह बताया कि वित्तीय वर्ष 2024 में जीडीपी वृद्धि 8 प्रतिशत तक पहुँचने की संभावना काफी अधिक है। इसका मुख्य कारण वित्तीय वर्ष की पहली तीन तिमाहियों में दर्ज की गई मजबूत वृद्धि है।
अनंत नागेश्वरन ने बताया कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दिसंबर 2023 को समाप्त हुई तीसरी तिमाही में 8.4 प्रतिशत रही। इससे पहले दूसरी तिमाही में वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत और पहली तिमाही में 7.8 प्रतिशत थी।
उन्होंने यह भी बताया, “अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने FY24 के लिए 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान लगाया है। हालांकि, यदि हम पहली तीन तिमाहियों में वृद्धि की दिशा को देखें तो 8 प्रतिशत तक पहुँचने की संभावना काफी उच्च है।”
उन्होंने आगे बताया कि निवेशकों का भरोसा और बढ़ती हुई घरेलू मांग, भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ साबित हो रही हैं। वैश्विक और घरेलू चुनौतियों के बावजूद, भारत की आर्थिक वृद्धि का आंकड़ा उम्मीद से अधिक स्थिर रहा है। इस तरह की वृद्धि भारत को न केवल आर्थिक मोर्चे पर मजबूत बना रही है, बल्कि यह देश के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास में भी योगदान दे रही है।