गोरखपुर (राघव): हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के खाद कारखाना के बाहर 33 हजार वोल्ट की लाइन के पोल पर सीसीटीवी कैमरा लगा रहे तीन कर्मचारी करंट की चपेट में आ गए। इनमें से दो की हालत गंभीर है। दोनों को बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया है। यहां प्लास्टिक सर्जन डा. नीरज नाथानी उनका उपचार कर रहे हैं। एचयूआरएल में सुरक्षा से जुड़े कार्य दिल्ली की कंपनी एट्रोनिक को दिया गया है। कंपनी में इटावा जिले के एकदिल थाना क्षेत्र के जखवली के कर्मचारी 37 वर्षीय नरेंद्र कुमार, 30 वर्षीय मलखान और 30 वर्षीय मेघराज काम करते हैं। शुक्रवार की शाम खाद कारखाना की चहारदीवारी के बाहर तीनों सीसीटीवी कैमरे लगा रहे थे।
वह पोल पर कैमरे लगाने के लिए एल्युमीनियम की सीढ़ी लेकर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 33 हजार वोल्ट की लाइन के पोल पर कैमरे लगाने के लिए नरेंद्र कुमार सीढ़ी के सहारे ऊपर पहुंचे। वह कैमरा लगा ही रहे थे कि करंट की चपेट में आ गए। नीचे सीढ़ी पकड़ने वाले मलखान सीढ़ी से चिपक गए। दोनों गंभीर रूप से झुलसकर जमीन पर गिर गए। मेघराज को झटका लगा तो वह थोड़ी दूर जाकर गिरा। करंट लगने की जानकारी पर मौके पर अफरातफरी मच गई। सूचना एचयूआरएल के अफसरों को दी गई। झुलसे कर्मचारियों को मेडिकल कालेज ले जाया गया। एट्रोनिक कंपनी की आपरेशन हेड आरती कोहली से इस संबंध में बात करने के लिए फोन किया गया लेकिन उन्होंने काल रिसीव नहीं की। उनको वाट्सएप पर भी संदेश दिया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
बिजली निगम के अभियंताओं का कहना है कि 33 हजार वोल्ट की लाइन के पोल पर बिना शटडाउन लिए बिजलीकर्मियों को भी चढ़ने की इजाजत नहीं होती है। अभियंताओं का कहना है कि इस पोल पर कुछ नहीं लगाया जा सकता है। यदि खाद कारखाना को सीसीटीवी कैमरे लगाने हैं तो वह अपने पोल पर लगाएं।