चंडीगढ़ (राघव): लोकसभा के मानसून सत्र में शामिल होने आईं शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने शुक्रवार को कांग्रेस पर जमकर हमला किया है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और करप्शन एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। बठिंडा सांसद ने इसके अलावा सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और भाजपा पर भी तंज कसा है।
हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि कांग्रेस और करप्शन एक-दूसरे से कभी दूर नहीं रह सकती हैं। पंजाब के गरीबों के लिए बादल साहब साल 2012 में स्कीम लेकर आए थे जिसके तहत लाखों गरीबों को 4 रुपये किलो आटा और 20 रुपये किलो दाल मिलता था। यह स्कीम पंजाब के हर गरीब तक पहुंची थी। यह स्कीम इतनी अच्छी चल रही थी कि बाद में केंद्र सरकार ने भी इसको कॉपी कर लिया। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी की सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने लाखों गरीबों के नाम कार्ड से काट दिए।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस तो छोड़िए सत्ता में आने के बाद आम आदमी पार्टी ने तो उससे भी ज्यादा गरीबों के नाम कार्ड से हटा दिए। हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि अफसोस की बात है कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के खिलाफ न सिर्फ कार्ड से नाम काटने बल्कि राशन को बाजार में बेचने तक का आरोप लगा है। जिसको लेकर अब ईडी की रेड हुई है। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आना चाहिए कि इस घोटाले में कौन-कौन लोग लिप्त थे और इसके जिम्मेवार कौन हैं। ये सब कुछ आशु अकेले कर रहे थे या अन्य भी इसमें शामिल थे।
हरसिमरत कौर ने कहा कि सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को घेरते हुए कहा कि वह अभी दूसरी पार्टी में हैं लेकिन इस मामले में उनका नाम भी आता है। आशु और बिट्टू की नजदीकियों के बारे में तो हर किसी को पता है। जब आशु पहली बार गिरफ्तार हुए थे तो बिट्टू ने उनको बचाने के लिए पूरी लड़ाई लड़ी थी। ऐसे में दुध का दुध और पानी का पानी साफ होना चाहिए। गरीबों का राशन खाने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
वहीं सेंट्रल एजेंसियों के दुरुपयोग के सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग करती है। इसमें कोई शक नहीं है। विरोधियों के खिलाफ सबसे ज्यादा दुरुपयोग होती है जबकि अपनों को तो क्लीन चिट मिल जाती है। लेकिन इस केस में तो हर किसी को पता है कि आशु और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने कोरोना की दवाई तक प्राइवेट अस्पतालों को बेचकर पैसा कमाया था।