सिरसा (नेहा): हरियाणा के सिरसा जिले के बड़ागुढा थाना पुलिस ने फर्जी वर्क परमीट वीजा पर विदेश भेजने के नाम पर 7 लाख 30 रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में एक शातिर ठग को काबू कर लिया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान गुरप्रीत सिंह उर्फ घौना सिंह निवासी कालांवाली जिला सिरसा के रुप में हुई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुरप्रीत सिंह निवासी गांव रघुआना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है, तथा विदेश जाने का इच्छुक था। इस दौरान उसकी मुलाकात गुरप्रीत सिंह उर्फ घौना से हुई जो लोगों को विदेश भेजने के लिए वीजे लगवाने का काम करता है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि गुरप्रीत उर्फ घौना ने पीड़ित व्यक्ति को वर्क परमीट पर विदेश भेजने के लिए 15 लाख रुपये की डिमांड की और 7 लाख 30 हजार रुपये पहले देने की बात कही और बाकी राशि विदेश जाने की टिकट कन्फर्म होने के बाद देने की बात तय हुई थी।
उन्होंने बताया कि पीड़ित व्यक्ति ने 25 अक्तूबर 2022 को 1 लाख 50 हजार रुपये की राशि गुगल पे के माध्मय से गुरप्रीत उर्फ घौना के बेटे के खाते मे डाली दी थी और 5 लाख 80 हजार रुपये गुरप्रीत उर्फ घौना को नगद दे दिए थे। गुरप्रीत उर्फ घौना ने अंग्रेजी में फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर पीड़ित व्यक्ति के हस्ताक्षर करवा लिए और कुछ दिनों बाद टिकट कन्फर्म होने की बात कही। पुलिस अधीक्षक ने बताया कुछ समय में बाद पीड़ित व्यक्ति ने जब पैसे मांगे तो इंमिग्रेशन सेंटर संचालक ने पैसे देने से मना कर दिया और कहने लगा कि जल्द ही आपका वीजा लग जाएगा। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर 15 अप्रैल 2025 को थाना बड़ागुढा में धोखाधड़ी का अभियोग दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जांच के दौरान बड़ागुढा थाना की एक पुलिस टीम ने आरोपित को कालांवाली से गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से पूछताछ कर आरोपी की निशानदेही पर धोखाधड़ी की राशि बरामद की जाएगी।