पिथौरागढ़ (राघव): उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के धारचूला क्षेत्र में क्रिसमस और नए साल के जश्न से पहले एक भीषण लैंडस्लाइड हुआ है। इस हादसे में धारचूला-तवाघाट हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है। लैंडस्लाइड शनिवार दोपहर करीब 11 बजे हुआ। भूस्खलन के कारण सड़क पर मलबा फैल गया और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) विनोद गोस्वामी ने बताया कि तवाघाट के पास अचानक भूस्खलन हुआ लेकिन इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। भूस्खलन का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर गिरते हुए दिख रहे हैं और इलाके में धुएं का गुबार उठता हुआ नजर आता है।
इस वायरल वीडियो में पहाड़ से मलबा गिरते हुए साफ नजर आ रहा है और धुंआ भी ऊँचा उठता दिखाई दे रहा है। सड़क बंद होने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं हैं। डीएम ने बताया कि धारचूला के एसडीएम को मौके पर भेजा गया है और मलबे को हटाने का काम जारी है। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन हमेशा से लोगों को आकर्षित करता रहा है खासकर नए साल के दौरान। हालांकि बारिश और भूस्खलन की वजह से कई बार यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए पहाड़ों पर जाने से पहले पर्यटकों को मौसम का पूर्वानुमान जरूर जान लेना चाहिए। बारिश और बर्फबारी की वजह से भूस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है।
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने चार धाम यात्रा मार्ग पर 55 लैंडस्लाइड जोन की पहचान की है जहां भूस्खलन का खतरा अधिक रहता है। इनमें पौड़ी जिले के पागलनाला, बिराही, जोशीमठ, देवप्रयाग, लामबगड़, पीपलकोटी, पातालगंगा, कौड़ियाला और तोता घाटी जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इस हादसे ने यह फिर से साबित किया है कि पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है और पर्यटकों को अपनी यात्रा की योजना बनाते वक्त इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।