आगर मालवा (नेहा): मध्यप्रदेश राज्य के आगर मालवा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया है। एक शादीशुदा महिला से अवैध संबंधों के शक में आधा दर्जन लोगों ने एक 35 वर्षीय युवक पर जानलेवा हमला कर उसका प्राइवेट पार्ट तलवार से काट दिया। यह वीभत्स हमला जिले के सुसनेर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नाना देहरिया बीजा में हुआ। इस घटना के बाद युवक को गंभीर अवस्था में पहले सुसनेर के सिविल अस्पताल ले जाया गया, फिर आगर जिला अस्पताल और आखिरकार उज्जैन रेफर किया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक बताई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित युवक एक शादीशुदा महिला से कथित रूप से प्रेम संबंधों में था। शुक्रवार को वह महिला से मिलने उसके गांव के पास स्थित एक ढाबे के सामने गया था। उसी दौरान महिला के पति और उसके परिजनों ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। गांववालों के अनुसार, पहले युवक की जमकर पिटाई की गई और जब वह किसी तरह जान बचाकर भागने लगा, तो आरोपियों ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया और चाकू व तलवार जैसे धारदार हथियारों से हमला कर दिया। इस हमले में युवक का प्राइवेट पार्ट काट दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
हमले के बाद युवक सड़क पर लहूलुहान अवस्था में पड़ा रहा। कुछ राहगीरों ने उसे देखकर तत्काल एंबुलेंस को सूचना दी और सिविल अस्पताल पहुंचाया। युवक की हालत गंभीर देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार के बाद उज्जैन रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही सुसनेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर जांच शुरू की। थाना प्रभारी केसर सिंह राजपूत ने बताया कि घायल युवक और महिला दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं और दोनों के बीच प्रेम संबंधों को लेकर पहले भी विवाद हो चुका था। करीब छह महीने पहले भी दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी और गांव के मंदिर में पंचायत के ज़रिए समझौता कराया गया था कि युवक अब महिला से कोई संबंध नहीं रखेगा। मगर युवक ने यह वादा तोड़ा और महिला से मिलना जारी रखा, जिससे मामला फिर से उग्र हो गया। फिलहाल, पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य पांच आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपी कृषि कार्य से जुड़े हैं।
पुलिस पूछताछ में घायल युवक ने कबूल किया है कि उसके महिला से प्रेम संबंध थे और वह अपनी मर्जी से उससे मिलने आया था। उसने बताया कि यह हमला एक सोची-समझी साजिश के तहत किया गया। युवक ने हमलावरों की पहचान करते हुए बताया कि उन सभी ने तलवार और अन्य धारदार हथियारों से उस पर हमला किया। यह घटना सिर्फ व्यक्तिगत प्रतिशोध का मामला नहीं बल्कि समाज में व्याप्त ‘इज्जत’ और ‘सम्मान’ की विकृत अवधारणा का घिनौना उदाहरण है, जहां एक महिला की पसंद के नाम पर पुरुष को बर्बरता से सज़ा दी गई। प्रेम-संबंधों के कारण हिंसा की यह प्रवृत्ति सामाजिक असहिष्णुता और पितृसत्तात्मक सोच की ओर भी इशारा करती है।विशेषज्ञों के अनुसार, चाहे संबंध गलत हो या अवैध, कानून किसी को भी इस तरह की अमानवीय सज़ा देने की इजाज़त नहीं देता। यह सीधे तौर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या के प्रयास), 326 (गंभीर अंगभंग), 34 (सामूहिक अपराध) और अन्य धाराओं के तहत गंभीर अपराध है।
घटना के बाद नाना देहरिया बीजा गांव में भय का माहौल है। ग्रामीण चुप हैं, और किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि आपसी रंजिश और संबंधों को लेकर ऐसी वीभत्स घटना भी घट सकती है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना पहले ही रोकी जा सकती थी, यदि गांव के वरिष्ठ लोग समय रहते हस्तक्षेप करते। यह घटना कई सवाल खड़े करती है—क्या निजी संबंधों पर समाज का कानून हावी हो सकता है? क्या प्रेम करना इतनी बड़ी सज़ा है? क्या गांव में कानून का डर खत्म हो चुका है? इस मामले में जहां एक ओर पीड़ित युवक को न्याय की ज़रूरत है, वहीं दूसरी ओर आरोपियों को भी कानून के कठघरे में लाकर सख्त सज़ा दिलवाना जरूरी है ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी घिनौनी सोच के साथ हिंसा करने की हिम्मत न कर सके। फिलहाल पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश में है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। घायल युवक अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है, और पूरे गांव की नज़र अब कानून के अगले कदम पर है।