नई दिल्ली (राघव): देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 18 राज्यों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का प्रभाव देखने को मिलेगा। पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। कुछ राज्यों में 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। इसके प्रभाव से 5 मार्च तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदल सकता है। वहीं, गोवा-कोंकण और कर्नाटक के तटीय इलाकों में 5 मार्च तक हीट वेव जैसी स्थिति बनने की संभावना है। कई स्थानों पर लू चलने से तापमान में 2 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। दिल्ली-NCR में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 4 और 5 मार्च को तेज हवाएं चल सकती हैं और आसमान में हल्के बादल छा सकते हैं। इसके बाद 6 मार्च से तापमान में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है और अगले 10 दिनों तक बारिश के आसार नहीं हैं।
IMD के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में बिजली गिरने की संभावना है। उत्तराखंड और पंजाब में ओलावृष्टि के साथ भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन असम और निचले क्षोभमंडल स्तर पर स्थित है, जिससे अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और नागालैंड में तेज हवाएं (30-55 किमी प्रति घंटे) चल सकती हैं। मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बिजली गिरने और तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर और कोमोरिन-मालदीव क्षेत्र पर ऊपरी हवा का साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय है, जिससे तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में भारी बारिश हो सकती है। मालदीव में 35 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने मछुआरों को लक्षद्वीप क्षेत्र, कोमोरिन क्षेत्र और दक्षिणपूर्व अरब सागर से दूर रहने की सलाह दी है, क्योंकि इन क्षेत्रों में तेज हवाओं और खराब मौसम की संभावना बनी हुई है। देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। उत्तर भारत में बर्फबारी और बारिश के साथ-साथ मैदानों में हल्की बारिश और तेज हवाओं की संभावना है। दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम से जुड़े किसी भी अपडेट के लिए स्थानीय पूर्वानुमान को जरूर देखें।