नई दिल्ली: रविवार को, भारत और मालदीव ने माले में आयोजित उच्च-स्तरीय कोर ग्रुप की तीसरी बैठक में भारतीय नागरिक तकनीकी कर्मियों की मौजूदा तैनाती की समीक्षा की, जिससे द्वीप राष्ट्र में भारतीय विमानन मंचों का संचालन जारी रह सके।
सहयोग
दोनों पक्षों ने माले में आयोजित कोर ग्रुप की इस बैठक में विशेष रूप से द्वीप से भारतीय सैन्य कर्मियों की वापसी पर ध्यान केंद्रित करते हुए समीक्षा की। इस समीक्षा के माध्यम से, दोनों देशों ने अपनी विमानन संबंधी सहयोगात्मक पहलों को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
भारत ने शुक्रवार को कहा कि मालदीव में एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन कर रहे उसके पहले दल के सैन्य कर्मी उस देश से वापस आ गए हैं। यह वापसी दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग के एक नए चरण की शुरुआत को दर्शाती है, जिसमें तकनीकी और विमानन सहायता पर अधिक जोर दिया जाएगा।
इस बैठक में, दोनों देशों ने विमानन सुरक्षा, तकनीकी प्रशिक्षण, और साझेदारी के नए आयामों पर विचार-विमर्श किया। यह साझेदारी न केवल द्वीप राष्ट्र में विमानन क्षमताओं को मजबूत करेगी, बल्कि इससे क्षेत्रीय सुरक्षा और समृद्धि में भी योगदान होगा।
भारत और मालदीव के बीच यह सहयोगात्मक पहल दोनों देशों के बीच गहराई से जुड़े हुए संबंधों को और मजबूत करने का एक माध्यम है। इस बैठक के माध्यम से, दोनों देशों ने भविष्य में और अधिक सहयोगात्मक प्रयासों के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया है।
इस बैठक के संपन्न होने के साथ, भारत और मालदीव ने एक बार फिर से अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है कि वे न केवल द्वीप राष्ट्र की सुरक्षा और समृद्धि के लिए, बल्कि संपूर्ण क्षेत्र के विकास के लिए भी सहयोग करेंगे। यह सहयोग आगे चलकर दोनों देशों के बीच के संबंधों को और भी मजबूत करेगा।