अमेरिकी पोर्ट पर भारतीय बहादुरीअमेरिका के मैरीलैंड शहर में, बाल्टीमोर पोर्ट से रवाना हुआ एक जहाज का रात के गहरे सन्नाटे में ‘फ्रांसिस स्कॉट की’ ब्रिज से टक्कर हो गई। इस घटना ने ना केवल वहां पर चल रही रात्रि की शांति को भंग किया, बल्कि इसने 21 भारतीय क्रू सदस्यों के जीवन को भी खतरे में डाल दिया।
हादसा 25 मार्च 2024 को घटित हुआ, जब जहाज अपने नियत समय पर रात के करीब 1:30 बजे पुल से टकराया। जहाज पर सवार क्रू ने आपदा की संभावना को भांपते हुए, मैरीलैंड ट्रैफिक अथॉरिटी को पूर्व सूचना दे दी थी, जिससे बड़े हादसे को रोका जा सका।
भारतीय क्रू की बहादुरी
इस घटना के बाद, मैरीलैंड के गवर्नर और यहां तक कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी भारतीय क्रू की प्रशंसा की। उन्होंने क्रू की सूझबूझ और तत्परता को सराहा, जिसने कई जानें बचाईं।
पुल पर तत्काल ट्रैफिक को रोक दिया गया, जिससे नुकसान की सीमा को कम किया जा सका। इस कदम ने न केवल जहाज पर सवार लोगों की जान बचाई, बल्कि पुल के आसपास के इलाके में भी किसी बड़े हादसे को टाल दिया।
हालांकि, इस हादसे में जहाज को काफी नुकसान पहुंचा और वह मलबे के नीचे दब गया। इससे भारतीय क्रू सदस्यों को जहाज में ही फंसे रहना पड़ा। अब जांच पूरी होने और जहाज की मरम्मत के बाद ही उन्हें वापस अपने देश लौटने की उम्मीद है।
इस घटना ने ना केवल भारतीय क्रू की बहादुरी और प्रोफेशनलिज्म को उजागर किया है, बल्कि इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच आपसी सहयोग और समर्थन की भावना को भी मजबूत किया है। जहाज पर सवार सभी क्रू सदस्य सकुशल हैं और उनके साहसिक कार्य को व्यापक रूप से सराहा जा रहा है।