न्यूयॉर्क (नेहा): अमेरिका में पोस्टडॉक्टरल फेलो के रूप में नामांकित एक भारतीय नागरिक को संघीय आव्रजन अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। छात्र को अमेरिका के विरोध में हमास का समर्थन करने के आरोप में अधिकारियों ने हिरासत में लिया है। बदर खान सूरी, एडमंड ए वाल्श स्कूल ऑफ फॉरेन सर्विस, जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन डीसी में अलवलीद बिन तलाल सेंटर फॉर मुस्लिम-क्रिस्चियन अंडरस्टैंडिंग में पोस्टडॉक्टरल फेलो हैं। जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में रिसर्चर्स सूरी को सोमवार रात वर्जीनिया में उनके घर के बाहर फेडरल एजेंट्स के जरिए गिरफ्तार कर लिया गया है। बदर खान को बताया गया कि उनका वीजा रद किया जा रहा है। उनपर सरकार ने इजरायल के प्रति अमेरिकी विदेश नीति का विरोध करने का आरोप लगाया है।
सूरी की शादी एक अमेरिकन सिटिजन से हुई है। उनके वकील के अनुसार, वह इमिग्रेशन कोर्ट में तारीख का इंतजार कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2009 से अब तक कुल 15,952 भारतीयों को अमेरिका की ओर से निर्वासित किया गया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा था कि भारत सरकार उन 295 लोगों की राष्ट्रीयता की जांच कर रही है, जो अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन की हिरासत में हैं। अमेरिकी सरकार ने इन लोगों को वापस भेजने के आदेश दिए गए हैं। विदेश मंत्री ने 13 मार्च को एक लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि जिन लोगों के भारतीय नागरिक होने की पुष्टि की जाएगी, केवल उनको ही निर्वासित किये जाने के लिए स्वीकार किया जाएगा।