हाथरस (राघव): उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक भयावह घटना सामने आई है। दरअसल, एक 11 वर्षीय लड़के की उसके स्कूल के छात्रावास में बेरहमी से हत्या कर दी गई, जिसे पुलिस ने मानव ‘बलि’ बताया है, यह हत्या स्कूल को सफलता और प्रसिद्धि दिलाने के लिए काले जादू की रस्म के तहत की गई। नाबालिग की पहचान कृतार्थ कुशवाह के रूप में हुई है, जो सहपऊ पुलिस थाने के अंतर्गत रसगवां में डीएल पब्लिक स्कूल में कक्षा 2 का छात्र था।
इस मामले में पुलिस ने खुलासा करते हुए कहा कि मामले में स्कूल के निदेशक और तीन शिक्षकों सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में रामप्रकाश सोलंकी, दिनेश बघेल उर्फ भगत (स्कूल प्रबंधक), जशोधन सिंह (स्कूल प्रबंधक के पिता) और तीन स्कूल शिक्षक रामप्रकाश सोलंकी, वीरपाल सिंह और लक्ष्मण सिंह शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि लड़के की मौत का खुलासा तब हुआ जब हाथरस पुलिस ने 23 सितंबर को आगरा से 35 किलोमीटर दूर सादाबाद इलाके में स्कूल निदेशक की कार में उसका शव बरामद किया। जांच के दौरान पता चला कि घटना स्कूल के छात्रावास में हुई थी और हत्या एक तांत्रिक अनुष्ठान के तहत की गई थी, जिसका उद्देश्य स्कूल को सफलता और प्रसिद्धि दिलाना था। पुलिस को स्कूल परिसर के एक कमरे से रस्सी, धार्मिक तस्वीरें और एक चाबी भी मिली।
बता दें छात्र कृतार्थ तुरसेन गांव का निवासी था और शव बरामद होने से पहले कुछ दिनों से लापता था, जिससे इलाके में व्यापक दहशत और आक्रोश फैल गया। उसके पिता कृष्ण कुमार ने 23 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की, जिसमें ऐसे सबूत मिले जिससे पता चला कि हत्या एक बलि अनुष्ठान का हिस्सा थी। वहीं, पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि लड़के की गला घोंटकर हत्या की गई है और उसकी गर्दन की हड्डियां टूटी हुई हैं। इस मामले में सीओ हिमांशु माथुर ने कहा कि स्कूल ने प्रसिद्धि के लिए बच्चे की बलि दी है। उन्होंने कहा कि इस साजिश के पीछे मास्टरमाइंड स्कूल प्रबंधक दिनेश बघेल के पिता जशोधन सिंह है। पुलिस ने इस मामले में स्कूल के निदेशक और तीन शिक्षकों सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।