लेबनान (नेहा): भारत ने लेबनान और इजरायल के बीच जारी जंग में यूएन पीसकीपर्स की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि हम ब्लू लाइन को लेकर चिंतित हैं। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। ब्लू लाइन पर तैनात यूएन पीसकीपर्स में भारत के भी 600 सैनिक शामिल हैं। बयान में यूएन के परिसर की अखंडता का सम्मान करन के लिए कहा गया है। इजरायल ने गुरुवार को दक्षिणी लेबनान में यूएन की एक इमारत पर अटैक किया था। इस हमले में यूएन पीसकीपिंग फोर्स के दो सदस्य घायल हो गए थे। ये दोनों इंडोनेशिया के नागरिक हैं। 1978 से लेबनान में तैनात यूएनिफिल के सदस्य यहां खतरों की निगरानी करने और जरूरत पडऩे पर लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने का काम करते हैं।
इसके अलावा इजरायल ने गुरुवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में एक इमारत पर हवाई हमले किए। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमले में 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि 177 लोग घायल हुए हैं। इजरायल ने हमले पर फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया है। मीडिया के मुताबिक, हमले में हिजबुल्लाह के सीनियर सदस्य और कोऑर्डिनेशन यूनिट के चीफ वाफीक साफा को टारगेट किया गया था।
इजरायली हवाई हमलों में मौत संख्या बढक़र 22 हुई मध्य बेरूत के घनी आबादी वाले इलाके अल-नुएरी को निशाना बनाकर गुरुवार शाम किए गए इजरायली हवाई हमले में मरने वालों की संख्या बढक़र 22 हो गई है और 117 लोग घायल हुए हैं। लेबनानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने नवीनतम अपडेट में यह जानकारी दी। अल ज•ाीरा टीवी चैनल के अनुसार, हवाई हमले का लक्ष्य कथित रूप से हिजबुल्लाह के संपर्क और समन्वय इकाई के प्रमुख वाफिक सफा को निशाना बनाना था लेकिन वह हमले में बच गए।