बोकारो (नेहा): बीते सोमवार को लुगू पहाड़ पर हुए मुठभेड़ में मारे एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग व उसके सहयोगियों के पास से पुलिस ने 35 पेन ड्राइव व मेमोरी कार्ड बरामद किया है। यहां से दो सैमसंग कंपनी का टैब भी मिला है। बरामद पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड व टैब को पुलिस ने खंगालना शुरू कर दिया है। मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस पेन ड्राइव व मेमोरी कार्ड से लेकर टैब में लाल आतंक को सींचने के लिए मिलने वाले लेवी का ब्यौरा उपलब्ध है। संगठन के निचले स्तर से लेकर थिंक टैंक का नाम पता समेत अन्य जानकारियां भी इसमें मौजूद हैं। प्रशिक्षण देने के तरीके भी इसमें बताए गए हैं। संगठन के प्रचार-प्रसार का मैटेरियल भी इसमें है। बताया जा रहा है कि भविष्य की नक्सली संगठन की योजनाएं भी इसमें दर्ज हैं। पुलिस को इससे मिली जानकारियों के आधार पर नक्सल संगठन के जड़ से उखाड़ने मेें काफी मदद मिलेगी। लाल आतंक को लेवी देकर आर्थिक मजबूती देने वालों की भी सूची भी इसमें है। इनकी भी नकेल अब पुलिस कस पाएगी।
बताया जा रहा है कि चार घंटे तक नक्सलियों व पुलिस के बीच चली मुठभेड़ में हुई थी। इधर इस बार की भुठभेड़ में एक भी एक-47 राइफल नहीं बरामद हुई। वजह बताई जा रही है कि बीते जनवरी माह में पुलिस की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी। उस समय दो एके-47 राइफल को पुलिस ने बरामद किया था। एक एके-47 राइफल बिहार के जमुई का रहने वाला नक्सली अरविंद यादव उर्फ अविनाश का था। उस समय के मुठभेड़ में वह अपना यह हथियार छोड़कर भाग निकला था। पुलिस जनवरी में इसके हथियार को बरामद की थी। तबसे स यह एसएलआर राइफल लेकर ही चल रहा था। एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग के पास भी एके-47 राइफल नहीं थी। सुरक्षा बलों से पुलिस के एक-47 राइफलों समेत अन्य उन्नत हथियारों का मुकाबला नक्सली नहीं कर पाए और इन्हें मार गिराया गया।
मुठभेड़ के बाद नक्सलियों का 35 पेन ड्राइव व मेमोरी कार्ड पुलिस के हाथ लगा है। इसमें नक्सली संगठन के बारे मेें कई जानकारियां हैं। प्रशिक्षण, लेवी, प्रचार-प्रसार समेत मनोरंजन से संबंधित मैटेरियल इसमें हैं। संगठन का रहस्य जानने में पुलिस को इससे काफी मदद मिलेगी। जिले में अब महज आधा दर्जन कैडर स्तर के छोटे नक्सली ही बचे हैं। संभावना है कि वह सरेंडर कर देंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें भी मुठभेड़ में मार गिराया जाएगा या गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मनोज स्वर्गियारी, एसपी बोकारो।