नई दिल्ली (राघव): जस्टिस बीआर गवई देश के अगले चीफ जस्टिस होंगे। वर्तमान सीजेआई जस्टिस संजीव खन्ना ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर मोस्ट जज बीआर गवई को अपना उत्तराधिकारी बनाने की सिफारिश की। जस्टिस गवई भारत के 52वें चीफ जस्टिस बनने वाले हैं। बीआर गवई 14 मई को शपथ लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें पद की शपथ दिलाएंगी। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के 65 वर्ष की आयु में रिटायर्ड होने के बाद जस्टिस खन्ना ने नवंबर 2024 में सीजेआई का पद संभाला था। भूषण रामकृष्ण गवई का जन्म 24 नवंबर, 1960 को अमरावती में हुआ था। वे 16 मार्च, 1985 को बार में शामिल हुए थे।
जस्टिस गवई लगभग छह महीने तक भारत के चीफ जस्टिस रहेंगे। जस्टिस गवई नवंबर में रिटायर्ड होने वाले हैं। जस्टिस केजी बालकृष्णन के बाद वे चीफ जस्टिस का पद संभालने वाले दूसरे दलित होंगे, जिन्हें 2007 में देश के शीर्ष न्यायिक पद पर प्रोमोट किया गया था। जस्टिस गवई राज्य में हाई कोर्ट के पूर्व महाधिवक्ता और जस्टिस बैरिस्टर राजा भोंसले के साथ काम किया। इसके बाद उन्होंने 1987 से 1990 तक बॉम्बे हाई कोर्ट में स्वतंत्र रूप से प्रैक्टिस की। उसके बाद, उन्होंने मुख्य रूप से संवैधानिक कानून और प्रशासनिक कानून से संबंधित मामलों में बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच के समक्ष प्रैक्टिस की।
जस्टिस गवई अगस्त 1992 में उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ में सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक नियुक्त किया गया। 2000 में उन्हें नागपुर पीठ के लिए सरकारी वकील और लोक अभियोजक नामित किया गया। जस्टिस गवई 2003 में हाई कोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश और 2005 में स्थायी न्यायाधीश बने। 2019 में उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में प्रोमोट किया गया।