नई दिल्ली (एनआरआई राष्ट्रीय): सच्चे पातशाह सतिगुरु नानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाश पर्व के पावन मौके पर सिख कौम पर अकाल पुरख एवं महान गुरु साहिबान की महान बख़्शिश हुई है कि इस ऐतिहासिक अवसर पर सिख कौम से अलग किए गए पावन गुरधामों के खुले दर्शन दीदार के लिए दुनिया के कोने-कोने में समूह संगत द्वारा दशकों से नितनेम की जाती अरदास अकाल पुरख के चरणों में कबूल हो रही है। इसी के परिणामस्वरूप पहले कदम के रूप में, डेरा बाबा नानक साहिब व करतारपुर साहिब (पाकिस्तान) में स्थित गुरु नानक पातशाह के जीवन से संबंधित गुरधामों को आपस में जोड़ने वाला करतारपुर गलियारा संगतों के लिए वर्ष 2019 में खोल दिया गया है।
सतिगुर सच्चे पातशाह जी के 550वें प्रकाश पर्व पर सिख संगतों को इस से बड़ा ईश्वरीय उपहार और क्या मिल सकता था कि देश का कोई मुखिया मसीहा बन कर सिख जगत की इस इच्छा की पूर्ति के लिए राजनीतिक, प्रशासनिक एवं कू टनीतिक वीरता का प्रदर्शन करे। यह गुरु की मेहर की बदौलत ही हो सकता है कि आस्था, विश्वास व मानवता के लिए प्रेम वाले इस गलियारे को खुलवाने की प्रसन्नता की बख़्शिश किसी ऐसे प्राणी को ही नसीब हो जो स्वयं भी सिखी से अथाह प्रेम व गुरु चरणों के प्रति अथाह श्रद्धा में ओत-प्रोत हो। इस श्रद्धा की मिसाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुरु महाराज के 550वें प्रकाश पर्व को मनाने में किए गए बेमिसाल योगदान, श्री करतारपुर साहिब गलियारे को प्रारंभ करने एवं गुरु साहिब की प्राथमिक कर्म-भूमि सुल्तानपुर लोधी को अत्याधुनिक स्मार्ट-सिटी बनाने सिख कौम से संबंधित चिर-प्रतीक्षित दुखदायक समस्याओं के समाधान हेतु उठाए अनेक कदमों से मिलती है। समूह सिख जगत की यह तीव्र इच्छा एवं अरदास रहेगी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदैव सिख कौम के प्यार, आदर एवं विश्वास के पात्र बने रहें।
बीते समय में, श्री करतारपुर साहिब गलियारे के रास्ते में उन शक्तियों द्वारा ही अदृश्य रुकावटें खड़ी की जा रही थीं, जो ऊपरी आडम्बर हेतु इस गलियारे के पक्ष की बात करती आई हैं। परन्तु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दोनों देशों के मध्य चल रहे तनाव व कई अन्य असुखद पक्षों को दलेरी से भुला कर सिख कौम के मनों के भीतर अपने पावन गुरधामों के खुले दर्शन-दीदार की इच्छा पूर्ण करने को प्राथमिकता दी। इस गलियारे को प्रारंभ करके उन्होंने इस महान प्रकाश पर्व पर सिख कौम को जो हार्दिक उपहार दिया है, उसके लिए समस्त ख़ालसा पंथ उनका कोटि-कोटि धन्यवाद करता है।
श्री करतारपुर साहिब गलियारा प्रारंभ करने के ऐतिहासिक कार्य सहित वर्ष 2014 से आज तक भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पंथ महाराज के पावन निशान जुगो-जुग तक लहराने हेतु की गईं ऐतिहासिक एवं ज़रूरी पहल कदमियां एवं कौम के प्रति उनकी सृजनशील एवं गरिमापूर्ण दोस्ताना सोच व भावना तथा सिख कौम की आन, शान एवं सम्मान केलिए उनके द्वारा किए गए महत्त्वपूर्ण प्रयासों के मद्देनज़र ख़ालसा पंथ गर्व एवं खुशी महसूस कर रहा है।