नई दिल्ली (नेहा): दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव प्रचार के दौरान प्रेस कांफ्रेंस कर कई बड़े वादे किए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी के क्षेत्र में उनकी सरकार ने बहुत काम किया है, लेकिन बेरोजगारी का मुद्दा आज भी सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में हमारे बच्चे पढ़-लिखकर घर बैठे हैं, बेरोजगार हैं। इससे कुछ युवा गलत संगत में पड़ जाते हैं और अपराध की ओर बढ़ने लगते हैं। बेरोजगारी के कारण लोग बेहद दुखी और पीड़ित हैं। इसे दूर करना मेरी प्राथमिकता होगी।”
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अगले पांच सालों में उनकी सरकार का मुख्य फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी को खत्म करना होगा। केजरीवाल ने बताया कि उनकी टीम इस दिशा में काम कर रही है। उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों, जैसे आतिशी, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, राघव चड्ढा, जैसमीन और सौरभ भारद्वाज का नाम लेते हुए कहा कि यह टीम युवाओं को रोजगार देने की दिशा में ठोस कदम उठाएगी। आम आदमी पार्टी के संयोजक ने बताया कि उनकी सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान 12 लाख लोगों को रोजगार दिया था। उन्होंने कहा, “पंजाब में भी हमने लाखों लोगों को रोजगार दिया। हमें पता है कि रोजगार कैसे दिया जाता है। हम अकेले यह नहीं कर सकते, लेकिन दिल्ली के लोगों की मदद से बेरोजगारी खत्म करने का काम जरूर करेंगे।