नई दिल्ली (राघव): यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य 5 दिन से दिल्ली में डटे हैं। इस बीच यूपी में सीएम योगी 2 बार कैबिनेट की बैठक कर चुके हैं, लेकिन इसमें मौर्य शामिल नहीं हुए। अब सत्ता के गलियारे में तरह-तरह के कयास शुरू हो गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भाजपा में जिन चेहरों का नाम सबसे आगे चल रहा है, उनमें केशव मौर्य भी शामिल हैं। केशव मौर्य को केंद्र या प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी है, इसलिए उन्हें दिल्ली में रोका गया है। केशव से बीएल संतोष और जेपी नड्डा ने बातचीत भी की। बताया जाता है, केशव को पार्टी अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर भी विचार कर रही है।
बताया जाता है कि इस बार भाजपा पिछड़ा वर्ग से अध्यक्ष बनाना चाहती है, उसमें केशव फिट बैठ रहे, क्योंकि वह देश के सबसे बड़े सियासी राज्य और OBC समुदाय से आते हैं। केशव के अलावा अध्यक्ष पद की रेस में चार और नाम चल रहे हैं। महाराष्ट्र से राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े भी रेस में शामिल हैं। तावड़े भाजपा की बिहार इकाई के प्रभारी भी हैं। पिछड़े समुदाय से आते हैं। इस बार चुनाव में दिल्ली में दूसरे दलों से आए नेताओं की ज्वॉइनिंग की जिम्मेदारी उन्हीं के पास थी।
बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मोदी 3.0 सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए। भाजपा में राष्ट्रीय अध्यक्ष दो पद एक साथ नहीं रख सकता है। नड्डा का कार्यकाल 30 जून 2024 को पूरा हो रहा है। पार्टी को इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन कर लेना है। नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में ही पूरा हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते कार्यकाल को 30 जून तक बढ़ा दिया गया था।