कीव (राघव): रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरियाई सैनिक रूस के समर्थन में खतरनाक तरीके से सक्रिय हो गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर कोरियाई सैनिकों ने कुर्स्क क्षेत्र के प्लियोखोवो गांव पर केवल 2 घंटे में कब्जा करते हुए 300 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों को मार गिराया। इस दौरान किसी भी सैनिक को बंदी नहीं बनाया गया। उत्तर कोरियाई सैनिकों ने 6 दिसंबर को कुर्स्क के प्लियोखोवो गांव में जोरदार हमला किया। रूसी टेलीग्राम चैनल रोमानोलाइट के अनुसार, इस हमले में केवल 2 घंटों के भीतर 300 यूक्रेनी सैनिक मारे गए, और गांव पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि उत्तर कोरियाई सैनिकों ने बिना किसी रहम के यह हमला किया।
पूर्व यूक्रेनी विधायक और रूस समर्थक नेता ओलेग त्सायोर्व ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि, “यह हमला हुआ है, लेकिन मैं इस पर ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर सकता।” हालांकि, यूक्रेनी सरकार की ओर से इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। दक्षिण कोरिया और अमेरिका की रिपोर्ट्स के मुताबिक, किम जोंग उन ने रूस के समर्थन में हजारों उत्तर कोरियाई सैनिक भेजे हैं। उत्तर कोरियाई सैनिकों की रूस में उपस्थिति और उनकी लड़ाई के तरीकों ने रूस-उत्तर कोरिया के रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। इस साल जून में पुतिन और किम जोंग उन के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ था जिसका रूस को फायदा मिल रहा हैष रूस को अतिरिक्त सैनिक मिल रहे हैं, जो युद्ध में मददगार साबित हो रहे हैं। इसके बदले में उत्तर कोरिया को रूस की उन्नत हथियार तकनीक मिल रही है। उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती और उनकी भूमिका ने रूस और उत्तर कोरिया के बीच संबंधों को और मजबूत कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह साझेदारी दोनों देशों के लिए रणनीतिक रूप से फायदेमंद हो सकती है।