लाहौर (राघव): पाकिस्तान को हमेशा से आतंकवादियों को सरंक्षण देने के लिए जाना जाता है और आज एक बार फिर से पाकिस्तान ने ये साबित कर दिया है। दरअसल, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से शुक्रवार को ओसामा बिन लादेन के करीबी सहयोगी अमीन उल हक को गिरफ्तार किया गया है। वह 1996 से ओसामा बिन लादेन का करीबी सहयोगी था। उसने कथित तौर पर पूरे प्रांत में तोड़फोड़ गतिविधियों की योजना बनाई थी। वह पाकिस्तान में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और हस्तियों को निशाना बनाना चाहता था।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा है कि गिरफ्तार आतंकी हक के खिलाफ आतंक विरोधी टीम की ओर से मामला दर्ज कर लिया गया है। उसे पूछताछ के लिए अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया है। ओसामा बिन लादेन के करीबी सहयोगी हक का नाम संयुक्त राष्ट्र की अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी सूची में शामिल है। लादेन के साथ उसके लंबे समय तक जुड़ाव और अल कायदा में सक्रिय भूमिका के कारण उसकी गिरफ्तारी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
पाकिस्तान पुलिस के आतंकवाद निरोधी विभाग ने शुक्रवार को अमीनुल हक को गुजरात जिले के सराय आलमगीर कस्बे से पकड़ा गया है। पाकिस्तान पुलिस ने अमीनुल हक की गिरफ्तारी को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अहम सफलता बताया है। पुलिस ने बताया कि विभिन्न खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से अभियान चलाया गया, जिसके बाद अमीनुल हक पकड़ में आया। अमीन अल हक काफी समय तक ओसामा बिन लादेन की सुरक्षा का इंतजाम भी देखता था। हक को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी के रूप में नामित किया था। सीटीडी ने बताया है कि हक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। एजेंसी इस मामले को लेकर खासतौर से ध्यान दे रही है कि उसका पाकिस्तान में रहने के पीछे का क्या मकसद था।