नई दिल्ली (नेहा): ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने 180 देशों की करप्शन परसेप्शन इंडेक्स (CPI) 2024 की रैंकिग रिपोर्ट मंगलवार (11 फरवरी) को जारी कर दी। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान रैंकिंग में दो पायदान नीचे खिसककर 135वें स्थान पर पहुंच गया है। देश की रैंकिंग में साल 2023 के मुकाबले दो अंकों की गिरावट है। 2023 में पाकिस्तान 133 नंबर पर था वहीं 2024 में 135 पर आ गया है। सीपीआई दुनिया के 180 देशों को सार्वजनिक क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के आधार पर शून्य (सबसे भ्रष्ट) से 100 (सबसे साफ) के स्कोर पर रैंक करता है। सबसे अधिक अंक पाने वाले सबसे साफ सुथरा और कम अंक पाने वाले को सबसे भ्रष्ट देश घोषित किया जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का स्कोर 29 से गिरकर 27 गया है, जिससे साफ जाहिर होता है कि देश में लगातार भ्रष्टाचार में इजाफा हो रहा है। जिसकी वजह से मुल्क की छवि को काफी नुकसान पहुंचा है। दुनियाभर में उसकी छवि और भी ज्यादा खराब हो गई है। पाकिस्तान रैकिंग में माली, लाइबेरिया और गबोन जैसे देशों के साथ खड़ा है।
सीपीआई रिपोर्ट हर साल ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बर्लिन द्वारा जारी की जाती है। टीआईपी का कहना है कि डेटा के संग्रह या देश के स्कोर की गणना में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल पाकिस्तान (टीआईपी) की कोई भूमिका नहीं है। पाकिस्तान का स्कोर सीपीआई 2023 में 29 से दो अंक कम होकर 2024 में 27 हो गया है। 1996 से 2024 तक पाकिस्तान की सीपीआई रैंकिंग और स्कोर को सूचीबद्ध करने वाले ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल दस्तावेज के अनुसार पिछले 10 सालों में देश का स्कोर 27 से 33 अंक के बीच रहा है। भारत की बात करें तो करप्शन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग पाकिस्तान से काफी ऊपर है। हालांकि 2023 के मुकाबले इसमें 1 अंक की गिरावट आई है। साल 2024 की रैंकिंग में भारत 38 अंकों के साथ 96वें स्थान पर है। सीपीआई रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर भ्रष्टाचार का स्तर चिंताजनक रूप से उच्च बना हुआ है। रिपोर्ट में दुनिया भर में गंभीर भ्रष्टाचार सामने आया है. दो तिहाई से अधिक देशों का स्कोर 100 में से 50 से नीचे है।
वहीं सबसे कम भ्रष्टाचार वाले देशों में डेनमार्क टॉप है. डेनमार्क लगातार 7वें साल टॉप पर रहा, जिसने 90 अंक हासिल किए। उसके बाद फिनलैंड (88) और सिंगापुर (84) का स्थान रहा. फिर न्यूजीलैंड (83) और लग्जमबर्ग (81) शामिल हैं। टॉप रैंकिंग वाले देशों में नॉर्वे और स्विटजरलैंड को 81 अंक मिले हैं। वहीं, स्वीडन को 80 अंक मिले हैं। दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों की बात करें तो लिस्ट में दक्षिणी सूडान टॉप पर है। इंडेक्स के अनुसार इसे 8 अंक हासिल हुए हैं और इसे सबसे नीचे की 180वीं रैंक दी गई है, जो इसके सबसे भ्रष्ट देश होने का प्रमाण है। इसके बाद सोमालिया 179वें स्थान पर है और वेनेजुएला 178वें स्थान पर है। लिस्ट में सीरिया 177वें और यमन, लीबिया, इरीट्रिया, इक्वाटोरियल गिनी 13 अंकों के साथ 173वें स्थान पर हैं। वहीं निकारागुआ 14 अंकों के साथ 172वीं रैंक पर है।