ठाणे (नेहा): महाराष्ट्र के ठाणे जिला स्थित बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद मंगलवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बच्चियों के अभिभावकों ने स्कूल के सामने एकत्र होकर मंगलवार को वहां तोड़फोड़ और पथराव किया। यह सब कुछ चल ही रहा था कि इस घिनौनी वारदात के विरुद्ध अभिभावकों को आम नागरिकों का भी साथ मिल गया और कुछ ही समय में अभिभावकों का साथ देने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुट गए। सभी ने बदलापुर रेलवे स्टेशन की ओर रुख किया और वहां पहुंचकर रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इसके चलते कई घंटे तक लोकल और लंबी दूरी की ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा।
विरोध प्रदर्शन और तोड़फोड़ के मामले में आज (21 अगस्त) महाराष्ट्र पुलिस ने सख्त एक्शन लिया है। विरोध प्रदर्शन कर रहे 300 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, पुलिस ने 40 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिलहाल बदलापुर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और दुकानें बंद रखने का आदेश दिया गया है। रेलवे पुलिस के जीआरपी डीसीपी मनोज पाटिल ने बताया कि स्थिति अब सामान्य है। विरोध में बदलापुर रेलवे स्टेशन पर एकत्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया।
मंगलवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मंगलवार को राज्य के बदलापुर जिले के एक स्कूल में दो नाबालिगों के कथित यौन उत्पीड़न की निंदा की और कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। फडणवीस ने ठाणे पुलिस आयुक्त को मामले को फास्ट-ट्रैक अदालत में चलाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था, बदलापुर में दुष्कर्म की घटना बेहद गंभीर है, मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं। फडणवीस ने आगे कहा था,”राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए आईजी रैंक की महिला अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। सरकार इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश कर रही है ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिल सके। बताते चलें कि अदालत ने दो स्कूली लड़कियों के यौन शोषण के आरोपी व्यक्ति की पुलिस हिरासत 26 अगस्त तक बढ़ा दी।