नई दिल्ली (किरण): लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत से पूरी दुनिया में हड़कंप है। ईरान में खौफ का माहौल है तो दुनिया के कई देश चिंतित हैं कि मध्य पूर्व में संघर्ष और बढ़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र ने लेबनान की मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त की। नसरल्लाह की मौत पर दुनिया के कई देशों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आइए जानते हैं किसने-क्या कहा?
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी नसरल्लाह की मौत पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अनगिनत इजरालियों, सैकड़ों अमेरिकी और दर्जनों फ्रांसीसी समेत अन्य देशों के नागरिकों की मौत के जिम्मेदार व्यक्ति से हमने हिसाब चुकता कर लिया है। अमेरिकी के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नसरल्लाह की मौत को न्याय बताया। उन्होंने कहा कि नसरल्लाह की मौत उन हजारों अमेरिकी, इजरायली और लेबनानी नागरिकों के लिए न्याय है, जो उससे पीड़ित थे। बाइडन ने इजरायल के प्रति अमेरिकी समर्थन को दोहराया।
हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ जंग जारी रखने की कसम खाई। उसने कहा कि हसन नसरल्लाह अपने उन महान और अमर शहीदों में शामिल हो गए हैं, जिनके रास्ते पर वे लगभग तीन दशक तक चले। हमास ने नसरल्लाह की मौत की निंदा की और इसे इजरायल का आतंकी कृत्य बताया। उसने हिजबुल्लाह के खिलाफ अपनी एकजुटता को दोहराया। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने लेबनान पर इजरायली हमलों की निंदा की।
ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा कि नसरल्लाह की हत्या से प्रतिरोध और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि हत्या में अपनी मिलीभगत से अमेरिका इनकार नहीं कर सकता है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने हिजबुल्लाह प्रमुख की मौत पर पांच दिन के शोक की घोषणा की। उन्होंने सभी मुसलमानों से इजरायल के खिलाफ उठ खड़े होने की अपील की। खामनेई ने नसरल्लाह के खून का बदला लेने की बात कही। इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने नसरल्लाह की मौत को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि इजरायल ने रेड लाइन पार कर दी है। उन्होंने इराक में तीन दिन का शोक घोषित किया। इतना ही नहीं सुदानी ने नसरल्लाह को धर्म के मार्ग पर शहीद बताया।
तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने लेबनान में इजरायल के हमलों की निंदा की। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से इजरायल को रोकने की अपील की। उन्होंने कहा कि तुर्किये के लोग और सरकार लेबनान के नागरिकों के साथ खड़े हैं। हालांकि एर्दोगन ने अपने बयान में नसरल्लाह का नाम तक नहीं लिया। जर्मनी के विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक ने कहा कि लेबनान में मौजूदा स्थिति बेहद खतरनाक है। इससे पूरा क्षेत्र युद्ध में फंस सकता है। फ्रांस ने कहा कि वह अस्थिरता और संघर्ष को रोकने के लिए लेबनानी अधिकारियों और क्षेत्र में अपने भागीदारों के संपर्क में है।
नसरल्लाह की मौत के बाद रूस ने इजरायल की कड़ी निंदा की। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को बताया कि वह राजनीतिक हत्याओं की अब लगभग आम हो चुकी प्रथा से चिंतित हैं। रूस ने इजरायल से तुरंत लेबनान पर हमले रोकने को कहा।