लखनऊ सुपर जायंट्स के तेज गेंदबाज, मयंक यादव, ने अपने आईपीएल डेब्यू से ही क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। उनकी फेंकी गई सीजन की सबसे तेज गेंद, 156.7 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से, ने सभी को चौंका दिया। यह उपलब्धि न सिर्फ उनके नाम को रोशन करती है, बल्कि भारतीय तेज गेंदबाजी की दिशा में एक नई सोच को भी प्रस्तुत करती है।
गति और फिटनेस के राज
मयंक यादव ने खुलासा किया कि उनकी गति का राज बस शक्ति में नहीं, बल्कि उनकी बेजोड़ तकनीक में निहित है। विदेशी खिलाड़ियों की तुलना में भारतीय खिलाड़ियों का शारीरिक गठन भले ही छोटा हो, लेकिन यादव का मानना है कि सही तकनीक और अनुशासित दृष्टिकोण से कोई भी विश्व स्तरीय गति हासिल कर सकता है।
मयंक ने बताया कि फास्ट बॉलिंग के लिए रनअप, रिस्ट पोजीशन, और रिस्ट फ्लिक पर अधिकतम ध्यान देने की जरूरत होती है। इसके अलावा, उन्होंने फिटनेस को बनाए रखने में नींद के महत्व को भी उजागर किया। यादव के अनुसार, अच्छी नींद न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक फिटनेस में भी सुधार लाती है।
मयंक का यह भी कहना है कि आधुनिक क्रिकेट में फिटनेस का महत्व काफी बढ़ गया है। उनके अनुसार, एक खिलाड़ी की डाइट और जिम रूटीन उसके प्रदर्शन को सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं। इसलिए, उन्होंने अपनी फिटनेस रूटीन में नींद को प्राथमिकता दी है।
यूट्यूब पर ‘सेकंड इनिंग्स विथ मंजोत’ के एक एपिसोड में अपने अनुभव साझा करते हुए, यादव ने युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित किया है। उनका मानना है कि सही मार्गदर्शन और कठिन परिश्रम से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।
मयंक यादव की यह यात्रा न सिर्फ उनके व्यक्तिगत जीवन में, बल्कि भारतीय क्रिकेट में भी एक नई प्रेरणा का स्रोत बन चुकी है। उनकी कहानी से यह स्पष्ट होता है कि सफलता के लिए ताकत के साथ-साथ तकनीक और फिटनेस पर भी समान ध्यान देना जरूरी है।