चंडीगढ़ (नेहा): चंडीगढ़ में आज मेयर पद के लिए चुनाव है। पिछली बार कांग्रेस के छह पार्षदों के समर्थन के कारण आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ में अपना मेयर बनाने में कामयाब हो गई थी। पंजाब कांग्रेस की अगर चली तो चंडीगढ़ में आप का मेयर नहीं बनेगा। नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने इस संबंध में पार्टी हाईकमान को बता दिया है कि किस प्रकार से अमृतसर और फगवाड़ा में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस का मेयर बनने से रोका है। बाजवा बुधवार को दिल्ली में ही थे। कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में सात विधान हलकों का वरिष्ठ पर्यवेक्षक लगाया है। चंडीगढ़ को आज दोपहर तक नई मेयर मिल जाएगी। आप की प्रेमलता संभालेंगी कुर्सी या असंतुष्ट भाजपा की हरप्रीत कौर बक्ला को देंगे मौका यह दोपहर 12 बजे तक सभी के सामने होगा आप मेयर तो कांग्रेस सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर वोट गणित के पद पर चुनाव लड़ रही है।
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की रि जस्टिस जयश्री ठाकुर की मौजूदगी में चुनाव होगा उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव में स्वतंत्र पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। कोर्ट ने पूरे चुनाव की वीडियोग्राफी कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता रहेगी। वहीं, मनोनीत पार्षद डॉ. रमणीक सिंह बेदी प्रिसाइडिंग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। वहीं, चुनाव कराएंगे, मतों की गिनती करेंगे और मेयर घोषित करेंगे। चुनाव पहले की तरह बैलेट पेपर से ही होगा। बाजवा ने बताया ‘हमने अपनी बात रख दी है। आगे निर्णय पार्टी को लेना है।’ बता दें कि अमृतसर में 41 पार्षदों के बावजूद 92 सदस्यों के हाउस में कांग्रेस अपना मेयर नहीं बना सकी। यही स्थिति फगवाड़ा में हैं। कांग्रेस के 3 पार्षद टूट कर आम आदमी पार्टी में चले गए हैं। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि आम आदमी पार्टी ने पार्षदों को तोड़ने के लिए हरेक प्रकार के हथकंडे अपनाए।