मेरठ (किरण): क्या यह कल्पना की जा सकती है कि हवाई पट्टी के हैंगर से हेलीकाप्टर चोरी हो जाए आपका जवाब होगा नहीं। लेकिन एक पायलट रविंद्र सिंह ने चार महीने पहले (10 मई) परतापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि कुछ बदमाश हेलीकाप्टर चोरी कर ले गए। रोकने की कोशिश की तो उन्हें पीटा भी गया।
जब बुधवार (11 सितंबर) को पायलट रविंद्र सिंह पुन: एसएसपी के पास पहुंचे और शिकायत की, कि 10 मई को तहरीर देने के बावजूद थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो इसके बाद गुरुवार को यह खबर तेजी से प्रसारित हुई कि हवाई पट्टी से हेलीकाप्टर चोरी हो गया।
आनन-फानन में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी प्रदेश सरकार की कानून-व्यवस्था को घेरा। पूछा, क्या वहां की सुरक्षा-व्यवस्था छुट्टी पर गई है? हालांकि पुलिस के जांच में यह सब झूठा निकला। पुलिस ने बताया कि हेलीकाप्टर चोरी नहीं हुआ था, बल्कि यहां मरम्मत के लिए खड़े हेलीकाप्टर को इसे खरीदने वाली मोड एयर कंपनी ही अपने 15 कर्मचारियों की मदद से 10 टायरा ट्रक में रखकर सड़क मार्ग से गुजरात के गांधीनगर ले गई।
दरअसल, रविंद्र अक्टूबर 2023 तक सार एविएशन कंपनी में पायलट था। इसके बाद वह फर्म में 10 प्रतिशत का पार्टनर बन गया। कंपनी के मालिक कैप्टन जीसी पांडे के मुताबिक रविंद्र को पिछले साल कंपनी से निकाल दिया गया था। उसके बाद रविंद्र ने शौर्य एयरोनाटिक्स कंपनी ज्वाइन कर ली।
सार एविएशन के हेलीकाप्टर व चार्टर विमान मेंटेनेंस के लिए शौर्य एयरोनाटिक्स के परतापुर हवाई पट्टी हैंगर पर भेजे जाते हैं। सार एविएशन ने अपना एक हेलीकाप्टर परतापुर हवाई पट्टी पर मेंटेनेंस के लिए भेजा था। इसी बीच कंपनी ने यह हेलीकाप्टर रोहतक (हरियाणा) के उद्योगपति अतुल जैन को बेच दिया। अतुल की गांधीनगर (गुजरात) में मोड एयर नाम से कंपनी है। अतुल इस हेलीकाप्टर को हवाई पट्टी से लेने आए थे। हेलीकाप्टर में खराबी की वजह से उड़ाकर ले जाने की बजाय 10 मई को सड़क मार्ग से ले गए थे।
अतुल ने बताया कि हेलीकाप्टर को थाना पुलिस की मौजूदगी में हवाई पट्टी से शिफ्ट किया गया था। उसी दिन रविंद्र ने परतापुर थाने में शिकायत की थी। इस बीच गुरुवार को जब एएसपी अंतरिक्ष जैन ने बताया कि पायलट रविंद्र से बात की तो उसने खुद को बीमार बताकर बाद में बात करने की बात कही। एसएसपी विपिन ताडा ने कहा कि आपसी विवाद के मामले को चोरी का रंग देने की कोशिश की गई थी। एएसपी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।