ठाणे: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को घोषणा की कि देश की सबसे आधुनिक और बड़ी साइबर लैब, जो अपराध से लड़ने के लिए होगी, नवी मुंबई में स्थापित की जाएगी। एक समारोह में संबोधित करते हुए, फडणवीस, जो राज्य के गृह मंत्रालय का भी प्रभार रखते हैं, ने महाराष्ट्र पुलिस से 1 जुलाई से पूरे देश में लागू होने जा रहे तीन नवनिर्मित कानूनों – भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारत साक्ष्य अधिनियम के लिए तैयार रहने को कहा। ये तीनों कानून पिछले वर्ष 21 दिसंबर को संसद की मंजूरी प्राप्त कर चुके हैं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 25 दिसंबर को इन्हें अपनी सहमति दी थी।
आधुनिक साइबर लैब का उद्घाटन
फडणवीस की इस घोषणा के साथ, नवी मुंबई में यह आधुनिक साइबर लैब न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल स्थापित करेगी। इस लैब का उद्देश्य अपराध और साइबर धमकियों से निपटने में सहायता करना है, जिससे एक सुरक्षित और सुरक्षात्मक वातावरण सुनिश्चित हो सके। इस आधुनिक साइबर लैब की स्थापना से, राज्य पुलिस को अपराधियों और साइबर अपराधों का सामना करने में एक नई दिशा मिलेगी।
नवी मुंबई के इस आधुनिक साइबर लैब की विशेषता इसकी उच्च तकनीकी सुविधाएं और विशेषज्ञों की टीम होगी, जो देशभर से अपराध और साइबर हमलों के खिलाफ लड़ाई में मदद करेगी। यह लैब साइबर सुरक्षा में नवीनतम प्रौद्योगिकियों और तरीकों का उपयोग करके, साइबर अपराधों का पता लगाने, रोकथाम और उनके खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
तीन नवनिर्मित कानूनों के संदर्भ में, फडणवीस का यह कहना है कि ये कानून न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश के लिए एक नई जुबानी लाएंगे। यह दिखाता है कि सरकार साइबर अपराधों और अन्य अपराधिक गतिविधियों के खिलाफ अपनी लड़ाई में कितनी गंभीर है।
इस पहल के साथ, फडणवीस और महाराष्ट्र सरकार ने एक बार फिर से साबित किया है कि वे तकनीकी प्रगति और नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। नवी मुंबई में इस आधुनिक साइबर लैब की स्थापना न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए एक कदम आगे की ओर है।