सिलीगुड़ी: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भ्रष्टाचार और वंशवादी राजनीति के मुद्दे पर टीएमसी के खिलाफ अपने तेवर को और तेज किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया की पार्टियां जैसे कि तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस सिर्फ अपने परिवारों के विकास की चिंता करती हैं।
ममता बनर्जी की पार्टी को हराने की अपील
प्रधानमंत्री ने सिलीगुड़ी में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी को हराने की शंखनाद की। उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल से भ्रष्ट टीएमसी सरकार को बाहर करने का रास्ता लोकसभा चुनाव से खुलेगा।”
“मैंने देखा है कि हमारे देश की माताएँ मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही हैं। इसीलिए मैं स्वच्छता, मुफ्त बिजली, बैंक खाते और नल के पानी पर जोर देता हूँ ताकि हमारी माताओं और बहनों का जीवन आसान बन सके। लेकिन यहाँ, पहले वाम मोर्चा और फिर टीएमसी सरकार ने राज्य के लोगों की मूलभूत जरूरतों को अनदेखा किया है,” उन्होंने कहा।
इस रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने वंशवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम जारी रखने की बात कही। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे विपक्षी दलों का मुख्य ध्यान सिर्फ और सिर्फ अपने परिवारों के विकास पर केंद्रित है।
प्रधानमंत्री के इस आरोप के बाद राजनीतिक परिदृश्य में नई बहस की शुरुआत हो गई है। उनके इस कदम को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए एक रणनीतिक चाल माना जा रहा है।
इस विषय पर टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया का इंतजार है। भ्रष्टाचार और वंशवाद के इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों की आगामी रणनीतियां क्या होंगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
प्रधानमंत्री मोदी के इस आक्रामक रुख से यह स्पष्ट होता है कि वे भ्रष्टाचार और वंशवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और अधिक मजबूती से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।