नई दिल्ली/इंदौर/भोपाल (हरमीत): मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों के घोटालों की जांच कर रही सीबीआई टीम के 2 इंस्पेक्टर्स और 11 अन्य के अरेस्ट होने से हड़कंप मचा हुआ है। यहां सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया था जहां से उनकी 29 मई तक की रिमांड मिली है। सीबीआई पूछताछ के लिए आरोपियों को दिल्ली लेकर गई है।
सूत्रों ने बताया कि अचार की बर्नी और छाछ का गिलास जैसे कई कोड वर्ड थे, जिनके जरिए लाखों का लेनदेन हुआ है और इसमें सीबीआई के अफसर भी शामिल थे। सूत्रों ने यह भी बताया कि सीबीआई की स्पेशल टीम ने भोपाल, इंदौर, जयपुर समेत 30 से अधिक ठिकानों पर छापा मारा था। नर्सिंग कॉलेजों की जांच में क्लीनचिट दिए जाने के पहले से ही विजिलेंस टीम सक्रिय थी।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई के इंस्पेक्टर राहुल राज और अन्य पर आरोप है कि उन्होंने रिश्वत लेकर नर्सिंग कॉलेजों को क्लीन चिट वाली रिपोर्ट दी थी। इसकी जांच में कई खुलासे सामने आए हैं। सीबीआई निरीक्षक राहुल राज ने कई प्रिंसिपलों को भ्रष्टाचार के लिए साथ मिलाया। कई कॉलेजों के प्रिंसिपलों ने रिश्वत के पैसे निरीक्षक राहुल राज तक पहुंचाए थे।
बता दें कि इस छापेमारी के बाद कुल 23 लोगों को आरोपी बनाया गया है जिनमें 3 सीबीआई के अफसर बताए जा रहे हैं। इनसे 2 करोड़ से अधिक की राशि नकद, सोना, कई दस्तावेज और कई डिवाइज आदि जब्त की गई हैं। दरअसल नर्सिंग कॉलेजों की जांच को लेकर हाई कोर्ट ने सीबीआई भोपाल को निर्देश दिए थे। इसके बाद 7 जांच टीम और 4 सहयोगी टीम बनाई गईं थीं।
इंदौर गार्गी कॉलेज के प्रिंसिपल रविराज भदौरिया को भी कल गिरफ्तार किया गया। रविराज भदौरिया के घर से 85 लाख मिले हैं। बताया गया है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी बनने और फिर अपना नामांकन वापस लेने वाले अक्षय कांति बम का भी नर्सिंग कॉलेज सवालों के घेरे में है।
अक्षय कांति बम के इंदौर नर्सिंग कॉलेज से जुड़े एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले जबलपुर हाई कोर्ट के निर्देश के बाद प्रदेश के करीब 300 कॉलेज की जांच हुई थी। जांच रिपोर्ट में 169 कॉलेज को सूटेबल पाया गया था।