उत्तर प्रदेश के चर्चित व्यक्तित्व मुख्तार अंसारी का गुरुवार रात्रि को कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया। उन्हें बांदा जेल से आपातकालीन स्थिति में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया था, जहां उनके स्वास्थ्य में सुधार न होते देख उनका निधन हो गया।
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उनके निधन के पश्चात्, एक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने शव परीक्षण किया। उनके पार्थिव शरीर को परिजनों को सौंपे जाने की तैयारी है, और इसके बाद गाजीपुर स्थित उनके पुश्तैनी घर ले जाया जाएगा।
अंसारी की अंतिम यात्रा काली बाग कब्रिस्तान में संपन्न होगी, जहां वे सुपुर्द-ए-खाक किए जाएंगे। इस दुःखद घटना के मद्देनजर, सुरक्षा व्यवस्था को उत्तर प्रदेश में कड़ी कर दिया गया है। मऊ और गाजीपुर समेत कई स्थानों पर धारा 144 लागू की गई है।
अंसारी के निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर है। उनके बेटे ने आरोप लगाया है कि उनके पिता को जेल में जहर दिया गया था, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया और अंततः उनकी मौत हो गई।
राज्य के DGP मुख्यालय ने इस संदर्भ में सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। बांदा, मऊ, और गाजीपुर में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं, और पुलिसकर्मी बड़ी संख्या में तैनात किए गए हैं।
मुख्तार अंसारी की अचानक मौत ने न सिर्फ उनके परिजनों को, बल्कि पूरे राज्य को शोक में डुबो दिया है। उनकी अंतिम यात्रा और विधि-विधान से अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही हैं। समाज में उनका जो स्थान था, उसे देखते हुए उनके निधन को एक बड़ी क्षति माना जा रहा है।