नई दिल्ली (राघव): भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर बीते दो महीने से अंतरिक्ष में फंसे हैं। दोनों अंतरिक्ष यात्री अपने बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से वापस नहीं आ पाए हैं। अब नासा के सामने इनको सुरक्षित वापस लाने के लिए कुछ ही दिन बचे हैं। बोइंग स्टारलाइनर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पांच जून को आईएसएस में लेकर गया था। 13 जून को ISS पर जैसे ही स्टारलाइनर पहुंचा, यान के थ्रस्टर्स और हीलियम सिस्टम में समस्या आ गई। शुरू में एक सप्ताह के मिशन के बाद पृथ्वी पर लौटने वाला था, लेकिन समस्या के चलते उनकी वापसी में देरी हुई।
नासा के क्रू-9 मिशन आने के बाद सुनिता और उनके साथी को बचाने में और मुश्किलें आएंगी। जैसे ही क्रू-9 मिशन लॉन्च होगा, इसे आईएसएस से जुड़ने से पहले स्टारलाइनर को डॉकिंग पोर्ट से हटाना होगा। इससे नासा का काम और मुश्किल हो जाएगा। क्रू-9 मिशन 18 अगस्त तक लॉन्च हो सकता है। सुनिता विलियम के मिशन स्टारलाइनर को उसकी पहली मानवयुक्त उड़ान में परखना था, जो बोइंग के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इंजीनियरों ने अंतरिक्ष यान के सर्विस मॉड्यूल में पांच छोटे हीलियम लीक की खोज की। इन समस्याओं के कारण स्टारलाइनर सुरक्षित रूप से अनडॉक होकर पृथ्वी पर वापस नहीं आ पाया। सुनीता विलियम्स सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अपने अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण जून से ही ISS पर अटके हुए हैं।