रायपुर (राघव): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय समन्वय बैठक की अध्यक्षता की। शनिवार को आयोजित इस बैठक में सात राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल हुए। वहीं, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) ने भी भाग लिया।
बैठक के दौरान अमित शाह ने वामपंथी उग्रवाद का खात्मा करने के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि ‘अब समय आ गया है कि वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर एक मजबूत रणनीति के साथ अंतिम प्रहार किया जाए।’ नक्सलियों को सालों से देख रहे अधिकारियों का मानना है कि, माओवादियों की असली ताकत उनकी मिलिटरी कंपनियां हैं जिसमें फोर्स से लूटी गई एके-47, इंसास और एलएमजी से लैस ट्रेंड लड़ाके होते हैं। सुकमा, बीजापुर से लेकर नारायणपुर तक के जंगलों में नक्सलियों की ताकतवर मानी जाने वाली दो बटालियन अभी भी सक्रिय हैं। सूत्रों के मुताबिक अब केंद्र सरकार का फोकस नक्सलियों की कमर तोड़ने पर है।