नई दिल्ली(राघव): लोकसभा चुनाव के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों की निगाहें आगामी लोकसभा अध्यक्ष पर टिकी है। राजग सहयोगियों के साथ विचार-विमर्श के बाद तय माना जा रहा है कि अगला लोकसभा अध्यक्ष भी भाजपा का ही होगा, लेकिन उपाध्यक्ष का पद भाजपा किसी सहयोगी दल को देने को तैयार है। वहीं, विपक्ष दल लोकसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार नाम की घोषणा के इंतजार में है। किसी दूसरे दल से भाजपा में आए नेता को लोकसभा अध्यक्ष बनाए जाने की स्थिति में विपक्ष का रूख नरम हो सकता है। लेकिन भाजपा के मूल कैडर के नेता को लोकसभा अध्यक्ष बनाए जाने की स्थिति में विपक्ष पूरी ताकत के साथ चुनौती पेश करेगा।
लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में राजग सहयोगी दलों के साथ राय मशविरा कर एकमत बनाने की जिम्मेदारी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी गई थी। राजनाथ सिंह के साथ बैठक में सभी राजग लोकसभा अध्यक्ष का पद भाजपा को देने के लिए तैयार हो गए हैं और जदयू ने सार्वजनिक रूप से इसका ऐलान भी कर दिया है। लेकिन भाजपा ने अभी तक अगले लोकसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। ध्यान देने की बात है कि 24 और 25 जून को नव निर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण के अगले दिन यानी 26 जून को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है।