ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (OPCC) ने आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए एक अनूठी योजना प्रस्तुत की है। इसके अनुसार, चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले संभावित उम्मीदवारों को 50,000 रुपए की राशि जमा करनी होगी।
OPCC के अध्यक्ष शरत पटनायक द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, यह राशि चुनाव प्रचार सामग्री के लिए उपयोग की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देना और उम्मीदवारों की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करना है।
उम्मीदवारों का चयन और प्रक्रिया
ओडिशा कांग्रेस ने 147 विधानसभा सीटों और 21 लोकसभा सीटों के लिए करीब 3,000 आवेदन प्राप्त किए। इनमें से चुने गए उम्मीदवारों को ही पार्टी की ओर से टिकट दिए जाएंगे। शरत पटनायक ने यह भी स्पष्ट किया कि टिकट न पाने वाले उम्मीदवारों को उनकी जमा राशि वापस कर दी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, कई उम्मीदवार पहले ही अपने चेक जमा कर चुके हैं। इस कदम को पार्टी के भीतर से विभिन्न प्रतिक्रियाएँ मिली हैं, जहाँ कुछ इसे चुनावी प्रक्रिया में गंभीरता और निष्ठा सुनिश्चित करने का एक माध्यम मानते हैं।
चुनावी प्रक्रिया में नई सोच
इस पहल को लेकर विधायकों की प्रतिक्रियाएं भी विविध हैं। कुछ का मानना है कि चुनाव लड़ने के लिए यह आर्थिक योगदान नहीं, बल्कि बलिदान और प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इसे फंड रेजिंग की रणनीति के रूप में नहीं, बल्कि पार्टी और उम्मीदवारों के बीच सहयोग और विश्वास का निर्माण करने के तरीके के रूप में देखा जा रहा है।
इस अनोखी योजना के परिणामस्वरूप, ओडिशा कांग्रेस ने न केवल चुनावी प्रक्रिया में एक नया आयाम जोड़ा है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया है कि उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और गंभीरता बनी रहे। यह पहल अन्य राजनीतिक दलों के लिए भी एक मिसाल कायम कर सकती है, जिससे वे भी चुनावी प्रक्रिया में सकारात्मक परिवर्तन के लिए प्रेरित हो सकें।