बरेली (नेहा): टेरर फंडिंग की आशंका के चलते राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) और एटीएस की टीमों ने मीरगंज के सहजना गांव में छापेमारी की। गांव के दो युवकों से कई घंटों तक पूछताछ की गई। उनके मोबाइल फोन लेपटाप, आदि को खंगाला गया। बैंक खाते और स्वजन से भी पूछताछ की गई। उनके घर की स्थिति आदि को परखने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। हालंकि, टीम की भी जांच पूरी नहीं हुई है। एनआइए की टीम ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर पूरी योजना के बारे में जानकारी दी और सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स की मांग की।
टीम को पुलिस लाइन से फोर्स उपलब्ध कराई गई। इसके बाद टीमें मीरगंज के सहजना गांव को रवाना हो गईं। वहां पर अलग-अलग घरों के दो युवकों से कई घंटों तक पूछताछ की गई। दरअसल, इस समय पूरे भारत में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शेख सुल्तान सलाहउद्दीन अयूबी उर्फ अयूबी के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। अयूबी को अक्टूबर में ही गिरफ्तार किया गया था। वह युवाओं को जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ी प्रचार प्रसार संबंधी सामग्री को प्रसारित करने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के जमात संगठनों में भर्ती कराता था।