नोएडा (जसप्रीत): नोएडा के सेक्टर 27 में एक घर में बीती रात भीषण आग लग गई। इस हादसे में दूसरी मंजिल पर रहने वाली श्वेता सिंह की मृत्यु हो गई। उनकी चचेरी बहन नम्रता सिंह का इलाज चल रहा है। पुलिस और दमकल विभाग ने आग बुझाने में मदद की और अन्य लोगों को सुरक्षित निकाला। आग ने पूरे फ्लोर को जलाकर खाक कर दिया। दमकल विभाग की तीन गाड़ियों ने मिलकर आग पर काबू पाया। पुलिस ने जानकारी दी कि आग सबसे पहले बिजली के बोर्ड में लगी। इसके बाद घर में रखे पटाखों में भी आग लग गई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। हालांकि पटाखों की संख्या कम थी, लेकिन वे आग पकड़ने के कारण तेजी से फैल गए। आग ने देखते ही देखते पूरे घर को अपनी आगोश में ले लिया, जिससे बचाव कार्य में मुश्किलें बढ़ गईं। इस घटना ने न केवल एक परिवार को प्रभावित किया, बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा संबंधी चिंता भी बढ़ा दी है। पुलिस और संबंधित विभाग आग लगने के कारणों की गहन जांच कर रहे हैं।
आग बुझाने के बाद, दमकलकर्मियों ने घर के अंदर एक सर्च अभियान चलाया। उनकी कोशिश थी कि कोई भी फंसा हुआ व्यक्ति सुरक्षित निकाला जा सके। सर्च के दौरान, उन्हें दूसरे फ्लोर पर दो महिलाएं बेहोशी की हालत में मिलीं। इन दोनों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के बाद, दोनों महिलाओं की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। उनका उपचार जारी है, और वे जल्द ही ठीक होने की उम्मीद कर रही हैं। डीसीपी राम बदन सिंह ने बताया कि कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि F95 सेक्टर 27 में सिलेंडर फटने से आग लग गई है। इस सूचना के तुरंत बाद, दमकल विभाग की गाड़ियां और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गईं। जब तक दमकलकर्मियों और पुलिस ने पहुंचकर कार्रवाई की, तब तक आग काफी फैल चुकी थी। जिस बिल्डिंग में आग लगी थी, वह चार मंजिला थी, जिससे बचाव कार्य और चुनौतीपूर्ण हो गया।
रेखा देवी, जो पहली मंजिल पर रहती हैं, ने बताया कि वे उस समय बाजार गई थीं। अचानक, उनके बेटे ने फोन पर सूचित किया कि बिजली बोर्ड में आग लग गई है। रेखा और उनके बेटे ने स्थिति को देखते हुए तुरंत कूदकर अपनी जान बचाई। वे सुरक्षित हैं, लेकिन इस अनुभव ने उन्हें काफी डराया है। इस हादसे के बाद, मामले की जांच जारी है। अधिकारियों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आगे की कार्रवाई की योजना बनाई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।