सियोल (राघव): उत्तर कोरियाई ने बुधवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भवन परिसर में गुब्बारे से कचरा गिराया। इस घटना ने दक्षिण कोरियाई सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। राष्ट्रपति सुरक्षा सेवा की ओर से कहा गया है कि इस कचरे में कोई खतरनाक सामग्री नहीं थी। इस घटना में किसी को कोई चोट नहीं आई है।
हालांकि, इस घटना के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि दक्षिण कोरिया को अगली बार सीमावर्ती इलाकों में उत्तर कोरिया से आने वाले गुब्बारों को मार गिराने की जरूरत है, क्योंकि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि उत्तर कोरिया भविष्य में खतरनाक वस्तुएं नहीं गिराएगा। उत्तर कोरिया का की ओर से कचरे से भरा गुब्बारा भेजने की यह घटना दक्षिण कोरिया द्वारा उसके खिलाफ दुष्प्रचार संदेशों के बाद आया है।
दक्षिण कोरियाई अधिकारी का कहना है कि उत्तर कोरिया ने हवा की दिशा का फायदा उठाकर बैलून भेजा था। लेकिन हाल के कुछ बैलून में टाइमर लगा था। जो संकेत देते हैं कि स्थान विशेष को निशाना बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। वैसे दक्षिण कोरियाई विशेषज्ञों का कहना है कि किसी तय स्थान पर कचरे को गिराने में उच्च तकनीकी क्षमता की आवश्यकता होती है जो उत्तर कोरिया के पास नहीं है।