मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एस चोकलिंगम ने हाल ही में घोषित किया कि कांग्रेस के एक नेता द्वारा लगाए गए चुनावी आचार संहिता उल्लंघन के आरोप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ पुरानी तस्वीरों पर आधारित थे।
मामले की जांच
सीईओ के कार्यालय ने बताया कि उन्हें कांग्रेस के एक प्रतिनिधि से शिकायत मिली थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि शिंदे ने अपने आधिकारिक निवास ‘वर्षा’ में कुछ विधायकों के साथ राजनीतिक बैठक की थी। यह घटना कुछ दिन पहले की बताई गई थी और इससे लोकसभा चुनावों के लिए लागू आचार संहिता का उल्लंघन होने का दावा किया गया था।
चोकलिंगम ने कहा कि शिकायत में प्रयुक्त तस्वीरें एक मराठी न्यूज चैनल द्वारा प्रसारित की गई थीं, जिनमें शिंदे को उनके आधिकारिक निवास में विधायकों से मिलते हुए दिखाया गया था। हालांकि, जांच के बाद पाया गया कि ये तस्वीरें पुरानी थीं और वर्तमान चुनावी आचार संहिता के दौरान की नहीं थीं।
सीईओ ने यह भी स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री के कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उक्त तस्वीरें किसी भी राजनीतिक गतिविधि को दर्शाने के लिए नहीं थीं।
इस मामले को लेकर कांग्रेस ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। सीईओ के कार्यालय ने बताया कि वे आगे भी सभी प्रकार की शिकायतों की निष्पक्षता से जांच करते रहेंगे और चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को बनाए रखने के लिए कठोर कदम उठाएंगे।
इस घटना से जुड़ी जांच का मुख्य बिंदु यह रहा है कि सबूतों की कमी के कारण कोई भी राजनीतिक दल या व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने में सावधानी बरती जानी चाहिए। इस प्रकार, चुनावी आचार संहिता के प्रभावी प्रबंधन और कार्यान्वयन में जांच की गहराई और विश्वसनीयता आवश्यक है।