इंफाल (नेहा): मणिपुर के घाटी इलाकों में हिंसा और विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को जिरीबाम जिले में गोलीबारी में 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। साथ ही बीजेपी-कांग्रेस दफ्तरों में भीड़ ने तोड़फोड़ भी शुरू कर दी। यह घटना रात करीब 11 बजे बाबूपारा क्षेत्र में हुई जब सुरक्षाबलों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोली चलाई। मृतक की पहचान अथौबा के रूप में हुई है। हिंसा के दौरान भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के स्थानीय दफ्तरों में तोड़फोड़ की और फर्नीचर सहित अन्य सामान को आग लगा दी। यह घटनाएं जिरीबाम पुलिस स्टेशन से महज 500 मीटर की दूरी पर हुईं। घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन उसकी हालत के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
इस बीच मणिपुर में बढ़ती हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज अधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे। इस बैठक में गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, केंद्रीय गृह सचिव, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और असम राइफल्स के अधिकारी शामिल होंगे। बैठक का उद्देश्य मणिपुर में बिगड़ी कानून-व्यवस्था पर चर्चा करना और संकट का समाधान ढूंढना है। मणिपुर में बढ़ती हिंसा के कारण, इम्फाल पश्चिम और इम्फाल पूर्व जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए घाटी के सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं। इससे पहले, मणिपुर में छह लोगों की हत्या के बाद स्थिति और बिगड़ गई थी और हिंसा फैलने लगी थी।
मणिपुर के बढ़ते संकट के बीच नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने भाजपा के नेतृत्व वाली मणिपुर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा को पत्र लिखकर राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने पत्र में लिखा कि राज्य सरकार मणिपुर में चल रहे संकट को सुलझाने में पूरी तरह से विफल रही है।
बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 60 सीटों वाली विधानसभा में 32 सीटें जीती थीं, लेकिन एनपीपी के समर्थन से बाहर होने के कारण अब भाजपा का आंकड़ा घटकर 32 रह गया है। इस विकास से भाजपा की स्थिति विधानसभा में कमजोर होती नजर आ रही है। मणिपुर पुलिस ने भीड़ द्वारा की गई तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं में 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से एक पिस्तौल, सात गोलियां और आठ मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।