पेशावर (राघव): पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में शिया और सुन्नी समुदायों के बीच हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते हफ्ते हुई झड़पों में 100 लोगों की मौत हो चुकी है और 180 से अधिक लोग घायल हुए हैं। ताजा हिंसा मंगलवार को गोजाघारी, मातासानगर, और कुंज अलीजाई इलाकों में हुई, जिसमें 10 लोग मारे गए और 21 घायल हो गए। कुर्रम जिले के डिप्टी कमिश्नर जावेदुल्लाह महसूद ने बताया कि दोनों समुदायों के बीच 10 दिनों का संघर्ष विराम लागू किया गया है, लेकिन इसके बावजूद हिंसा पूरी तरह थमी नहीं है। हालात को काबू में रखने के लिए पुलिस और सेना की तैनाती जारी है। सभी गुटों को अपनी पोजीशन छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं।
कुर्रम जिला मुख्यालय अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर मीर हसन खान ने बताया कि इलाके में सड़कों के बंद होने से दवाओं की भारी कमी हो रही है। इलाज में बाधाएं आ रही हैं, जिससे मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। स्थानीय प्रशासन और बुजुर्गों के बीच कई बैठकों के बाद संघर्ष विराम लागू किया गया है, लेकिन समुदायों के बीच भरोसे की कमी के कारण झड़पें जारी हैं। इलाके में शांति बहाल करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है।