इस्लामाबाद (नेहा): भारत में हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पाकिस्तान के पूर्व कैबिनेट मंत्री फवाद चौधरी ने भारत के खिलाफ खूब जहर उगला था और पीएम मोदी के फिर से जीतने को भारत के लिए खतरनाक बताया था। लेकिन पीएम मोदी के जीत हासिल करते हुए उनके सुर बदल गए हैं। अब चौधरी भारत को पाकिस्तान से व्यापार करने की सलाह देने लगे हैं। इतना ही नहीं फवाद चौधरी को अब भारत के आर्थिक शक्ति बनने की चिंता भी सताने लगी है। उन्होंने आर्थिक सुधार के लिए क्षेत्रीय संपर्क शुरू करने की वकालत की।
पाकिस्तान के एक पत्रकार ने फवाद चौधरी का एक विडियो शेयर किया है, जिसमें वे भारत से संबंधों को सुधारने की बात कर रहे हैं। चौधरी ने यूरोपीय यूनियन का हवाला देते हुए कहा, अगर हिंदुस्तान को क्षेत्रीय शक्ति बनना है तो उसे पाकिस्तान से बात करनी पड़ेगी। फवाद चौधरी ने कहा कि अगर यहां अर्थव्यवस्था को आगे ले जाना है तो क्षेत्रीय शक्तियों (भारत, पाकिस्तान, चीन) को एक साथ आना होगा।
चौधरी ने आर्थिक सुधार के लिए क्षेत्रीय संपर्क शुरू करने पर जोर दिया और कहा कि व्यापार को फिर शुरू किया जाना चाहिए। उन्होंने भारत-पाक और अन्य क्षेत्रीय शक्तियों मध्य वीजा मुक्त यात्रा का भी आह्वान करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान की दुश्मनी में दोनों तरफ के पंजाबियों का सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है।
चौधरी ने ये भी कहा कि भारत के पंजाब ने मोदी और बीजेपी को बिलकुल खारिज किया है। इस दौरान चौधरी ने भारत के पंजाब की तुलना पाकिस्तान से करने की कोशिश भी कर डाली। चौधरी ने चुनाव के दौरान कहा था कि वह नरेंद्र मोदी को तीसरी बार भारत का प्रधानमंत्री नहीं बनते देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि मोदी के आने से पाकिस्तान से संबंधों के लिए ही नहीं बल्कि भारत के लिए भी ठीक नहीं होगा।