पेरिस (राघव)- ओलंपिक में खेलना और उसमें पदक हासिल करना हर खिलाड़ी का सपना होता है। ऐसे में अब पेरिस ओलंपिक में पुरूष युगल में हार का सामना करने के बाद राफेल नडाल अब ये नहीं जानते कि ये उनका आखिरी ओलंपिक था या नहीं।
रोला गैरां की लाल बजरी के बादशाह राफेल नडाल इसको लेकर सुनिश्चित नहीं है कि वह फिर से पेरिस के इस ऐतिहासिक टेनिस स्थल पर खेल पाएंगे या नहीं जहां उन्होंने रिकॉर्ड 14 फ्रेंच ओपन खिताब जीते हैं।
इस दिग्गज टेनिस खिलाड़ी का पुरुष युगल में हारने के साथ ही ओलंपिक में सफर भी समाप्त हो गया। नडाल और कार्लोस अल्काराज की स्पेनिश जोड़ी को ऑस्टिन क्राजिसेक और राजीव राम की चौथी वरीयता प्राप्त अमेरिकी जोड़ी ने 6-2, 6-4 से हराया।
इससे पहले पुरुष एकल में नोवाक जोकोविच से हारने वाले नडाल से जब बाद में पूछा गया कि क्या उन्होंने यहां अपना आखिरी मैच खेल लिया है, उन्होंने कहा,‘‘हो सकता है। मैं नहीं जानता।” इस 38 वर्षीय खिलाड़ी ने अपना सामान उठाने के बाद चारों तरफ देखा। ऐसी जगह जो उनके लिए बहुत मायने रखती है। उन्होंने दर्शकों की तरफ हाथ हिलाया और दर्शकों ने भी खड़े होकर तालियां बजाकर उनका अभिवादन स्वीकार किया।
नडाल ने कहा,,‘‘ अगर मैंने यहां अपना आखिरी मैच खेल लिया है तो यह अविस्मरणीय अहसास और भावनाएं हैं। मुझे हमेशा यहां दर्शकों का अपार समर्थन और प्यार मिला।” दर्शकों ने क्वार्टर फाइनल के इस पूरे मैच के दौरान नडाल के लिए तालियां बजाई और उनके समर्थन में गीत गाए।