मेरठ (हरमीत) : जो ओलंपिक में नहीं हो सका वो पैरालंपिक में मेरठ की अंतरराष्ट्रीय धाविका प्रीति पाल ने कर दिखाया है। टोक्यो ओलिंपिक में ज्यादातर एथलीट मेरठ गए लेकिन मेडल से खाली हाथ रह गए।
पेरिस ओलंपिक में भी मेरठ प्रदेश से सबसे बड़ा प्रतिभागी था, लेकिन पदक से खाली हाथ रहा। पेरिस पैरालंपिक में जाने वाली प्रदेश की दो एथलीटों में से मेरठ की प्रीति पाल ने दोहरा इतिहास रचा है। 100 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीतने के बाद प्रीति पाल ने रविवार को 200 मीटर दौड़ में भी कांस्य पदक जीतकर देश को दो पदक दिलाए।