दिल्ली में हुई गैंगस्टर काला जठेड़ी और लेडी डॉन अनुराधा चौधरी की शादी चर्चाओं में है। इस विशेष अवसर के लिए जठेड़ी को तिहाड़ जेल से छह घंटे की परोल मिली थी, जबकि गृह प्रवेश के लिए अतिरिक्त तीन घंटे की परोल दी गई थी, जिसे बाद में वापस ले लिया गया। इस फैसले से अनुराधा चौधरी काफी निराश हैं और उन्होंने हाई कोर्ट में अपील करने की बात कही है।
गैंगस्टर की पत्नी का हाई कोर्ट का रुख
अनुराधा चौधरी ने कहा है कि गृह प्रवेश नहीं होने पर वे हाई कोर्ट का रुख करेंगी। उनका मानना है कि गृह प्रवेश के बिना नई शुरुआत संभव नहीं है। इसके लिए उन्होंने सोनीपत के जठेड़ी गांव में तीन घंटे की परोल की मांग की थी, लेकिन सोनीपत पुलिस ने कानून-व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए इसे मंजूरी नहीं दी।
अनुराधा का कहना है कि वे इस फैसले को स्वीकार नहीं करेंगी और कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हैं। लोअर कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 16 मार्च को निर्धारित है, जिससे इस केस के आगे के मोड़ का अंदाजा लग सकेगा।
इस पूरे मामले में, गैंगस्टर और लेडी डॉन की शादी ने न केवल मीडिया बल्कि आम जनता का भी ध्यान खींचा है। काला जठेड़ी को छह घंटे की परोल मिलना और फिर उसे वापस ले लिया जाना, यह सब न्यायिक प्रणाली और कानून के पालन की प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है।
अनुराधा चौधरी का हाई कोर्ट के समक्ष अपील करने का निर्णय इस बात का प्रतीक है कि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ने को तैयार हैं। यह मामला न सिर्फ एक गैंगस्टर की कहानी है, बल्कि यह कानूनी अधिकारों और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के संघर्ष को भी दर्शाता है।
आने वाले दिनों में इस मामले के विकास पर सबकी नजर रहेगी, जहाँ अनुराधा चौधरी और काला जठेड़ी के कानूनी अधिकारों का परीक्षण होगा। उनकी कहानी न केवल एक व्यक्तिगत संघर्ष की गाथा है, बल्कि यह समाज और कानून के बीच के समीकरणों को भी प्रस्तुत करती है।