टोरंटो (सरब): यह धारणा आम है कि लंबे समय तक अकेले रहने वाले लोगों में असुरक्षा की भावनाएं होती हैं, जिससे उन्हें जीवनसाथी ढूँढने या संबंधों को बनाए रखने में कठिनाई होती है। हालांकि, ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी के क्रिस्टोफर पेप्पिंग के नेतृत्व में हुई नवीनतम शोध इस धारणा को चुनौती देती है।
- जर्नल ऑफ पर्सनैलिटी में प्रकाशित उनकी शोध बताती है कि लंबे समय तक अकेले रहने वाले लोग भी सुरक्षित और संपन्न रह सकते हैं। अध्ययन बताता है कि एक व्यक्ति की खुशी उसके अटैचमेंट स्टाइल पर निर्भर करती है। जिन लोगों का अटैचमेंट स्टाइल सुरक्षित होता है, वे अकेले रहते हुए भी अधिक संपन्न और खुश रहते हैं, जबकि असुरक्षित अटैचमेंट स्टाइल वाले लोग इस स्थिति में कम संतुष्ट होते हैं।
- पेप्पिंग के अनुसार, “यह जरूरी नहीं कि लंबे समय तक सिंगल रहना व्यक्ति की असुरक्षा का परिचायक हो। कई लोग अपनी स्वतंत्रता और स्वयं के साथ समय बिताने का आनंद उठाते हैं।” शोध से यह भी पता चलता है कि व्यक्तिगत विकास और आत्म-संतुष्टि के लिए सिंगल रहना कई बार सहायक साबित हो सकता है। स्वतंत्र जीवन शैली अनेक लोगों को अधिक सृजनात्मक और उद्यमी बनने में मदद करती है।
- इस प्रकार, लंबे समय तक सिंगल रहने वाले व्यक्तियों की खुशी और संतुष्टि का सीधा संबंध उनके व्यक्तिगत गुणों और जीवन शैली के चयन से है। यह शोध सिंगल रहने की सामाजिक स्वीकार्यता को बढ़ावा देता है और यह दिखाता है कि अकेलापन नकारात्मक नहीं होता, बल्कि यह व्यक्तिगत पसंद का प्रतिबिंब हो सकता है।