नई दिल्ली (राघव): सावित्री ठाकुर, जिन्होंने दूसरी बार मध्यप्रदेश के धार संसदीय क्षेत्र से लोकसभा की सांसद के रूप में चुनाव जीता, उन्हें हाल ही में मोदी कैबिनेट में राज्यमंत्री के रूप में नामांकित किया गया है। सावित्री को जब यह खबर मिली तो उनकी प्रतिक्रिया अविश्वसनीय थी।
9 जून की सुबह, सावित्री ठाकुर को प्रधानमंत्री आवास से फोन आया। उन्हें टी-पार्टी में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया, जिसे वे अविश्वास के साथ सुन रही थीं। वह जानती थीं कि यह आमंत्रण उन व्यक्तियों के लिए है जिन्हें मंत्रीपद की शपथ दिलवाई जानी है, फिर भी उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था।
इस समय वह नए मध्य प्रदेश भवन के रूम नंबर 306 में थीं। फोन आते ही वह वहां से निकल पड़ीं और तेज कदमों से प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगीं। उन्हें जाते देख अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। सावित्री ने उनके पैर छुए और अंतर सिंह ने कहा, “मंत्री बन गई…” जिस पर सावित्री मुस्कराईं और बोलीं, “अरे नहीं बनीं।”
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि सावित्री के लिए यह अनुभव कितना आश्चर्यजनक रहा होगा। वे खुद को सांसद के रूप में देखकर ही संतुष्ट थीं और उन्हें मंत्री बनाए जाने की बात सुनकर उन्हें अपने कानों पर विश्वास नहीं हुआ।