गांदरबल (नेहा): गांदरबल में मजदूरों पर हुए हमले के आतंकी की तस्वीरे सामने आई है। इस फोटो में आतंकी हाथ में बंदूक लिए मेस के अंदर दाखिल होता दिख रहा है। यह तस्वीर गुरुवार को गंदेरबल में हुए आतंकी हमले की सीसीटीवी फुटेज से ली गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तस्वीर में आतंकी के हाथ में दिख रही बंदूक अमेरिका में बनी एम4 कार्बाइन या एके-47 हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि गांदरबल जिले में मजदूरों के एक कैंप पर दो आतंकियों ने सात मिनट तक गोलीबारी की। इन दोनों आतंकियों ने 20 अक्टूबर को गांदरबल जिले सात लोगों की हत्या की।
आतंकियों ने गांदरबल में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरंग बना रहे कर्मचारियों की टीम पर हमला किया था। इस हमले में एक डॉक्टर सहित टनल में काम कर रहे सात लोगों की मौत हो गई थी। टनल निर्माण में काम कर रहे मजदूर और इंजीनियर सभी मारे गए थे। आंतिकियों ने मजदूरों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस घटना में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि चार अन्य मजदूरों और एक डॉक्टर की बाद में मौत हो गई। पांच लोगों का इलाज किया जा रहा है।
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके का दौरा किया, जहां आतंकवादी हमले में सात लोग मारे गए थे। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि उपराज्यपाल ने सुरंग निर्माण एजेंसी एपीसीओ इंफ्राटेक के अधिकारियों और श्रमिकों से बातचीत की, स्थिति का जायजा लिया और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा की। मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा था कि दो विदेशी आतंकवादी गांदरबल जिले में हुए हमले में शामिल थे। सिन्हा ने कहा कि ये आतंकी संभवत: उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा इलाके से घुसपैठ करके आए हैं। उन्होंने कहा, “उन पर नजर रखी जा रही है और उन्हें मार गिराया जाएगा।
पुलिस और सुरक्षा बलों ने जम्मू क्षेत्र में शांति भंग करने के लिए घुसपैठ करने वाले विदेशी आतंकवादियों से निपटने के लिए एक नई रणनीति तैयार की है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा पड़ोसी देश (पाकिस्तान) पिछले डेढ़ साल से जम्मू क्षेत्र में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है, जो पिछले 15-16 सालों से शांत है। कुछ विदेशी आतंकवादी राजौरी एवं पुंछ क्षेत्रों के साथ-साथ कठुआ और सांबा जिलों से (क्षेत्र की शांति और सौहार्द को भंग करने के लिए) घुसपैठ कर चुके हैं।” उन्होंने कहा कि हाल ही में आतंकी घटनाएं हुई हैं, जिनमें जवान शहीद हुए हैं।