चंडीगढ़ (हरमीत): प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी के कन्याकुमारी में ध्यान को लेकर सवाल उठाते हुए राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि अगर वह “प्रायश्चित” के लिए जा रहे हैं, तो यह अच्छी बात है।
सिबल ने कहा, “जो व्यक्ति ‘विवेक’ (बुद्धिमत्ता) का अर्थ नहीं समझता, वह किस प्रकार का ‘ध्यान’ (मेडिटेशन) करेगा। अगर वह ‘प्रायश्चित’ के लिए जा रहे हैं, तो यह एक अच्छी बात है या यदि वह स्वामी विवेकानंद की लेखनियों और भाषणों से प्रेरणा लेने जा रहे हैं, तब भी यह अच्छा है।”
कपिल सिबल द्वारा की गई टिप्पणियाँ प्रधानमंत्री की धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर प्रधानमंत्री की यह यात्रा उनके निजी और राजनीतिक जीवन में किसी गलती की माफी मांगने के लिए है, तो यह सराहनीय है।
बता दे कि प्रधानमंत्री की यह यात्रा, जो 30 मई से 1 जून तक रॉक मेमोरियल में ध्यान के रूप में संपन्न होगी, न केवल उनके लिए बल्कि समस्त राष्ट्र के लिए एक आध्यात्मिक पुनर्जागरण का क्षण बन सकता है। इस दौरान, स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं को याद करना और उनसे प्रेरणा लेना, एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।