नई दिल्ली (किरण): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गांधीनगर में चौथे वैश्विक अक्षय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन 2024 का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि आज का भारत अगले 1000 वर्षों के लिए आधार तैयार कर रहा है।
मोदी ने आगे कहा कि देश एक स्थायी ऊर्जा मार्ग बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित है और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, परमाणु और जल विद्युत पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। पीएम ने इसी दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ एक बैठक का किस्सा भी सुनाया।
प्रधानमंत्री ने 2030 तक 500 गीगावाट के लक्ष्य को प्राप्त करने की भी बात कही। पीएम ने कहा कि जी20 देशों में हम अग्रणी हैं। जिस देश को पहले विकसित राष्ट्र के रूप में नहीं देखा जाता था, वह अब विकासशील देश के रूप में दुनिया के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि री-इन्वेस्ट कोई अलग-थलग घटना नहीं है, बल्कि यह 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एक बड़े विजन और कार्ययोजना का हिस्सा है।
पीएम ने इसी दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बाराक ओबामा के साथ अपना एक किस्सा सुनाया। पीएम ने बताया कि बाराक एक बार दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक के लिए आए थे और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था। उन्होंने बताया कि तभी एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि कई देश अलग-अलग तरह के आंकड़े घोषित करते हैं, क्या आप पर भी ऐसे आंकड़े जारी करने या टारगेट सेट करने का दबाव है।
पीएम ने कहा कि मुझे आज भी उस दिन दिया जवाब याद है, मैंने कहा था ये मोदी है, यहां किसी का दबाव वबाव नहीं चलता। हां, मैंने ये कहा था कि मुझ पर इस चीज का दबाव है कि कैसे मैं अपने देश की भावी पीढ़ी के लिए काम करता हूं और उनका भविष्य कैसा हो उसके लिए कुछ कर सकूं।